कौन कर रहा था इज़रायल के लिए जासूसी?
मोहम्मद अमीन महदवी शायस्तेह (Mohammad Amin Mahdavi Shayesteh) नाम का शख्स ईरान में रहते हुए इज़रायल के लिए जासूसी का काम कर रहा था। वह ईरान की खुफिया जानकारी लीक करते हुए इज़रायल की मदद कर रहा था, लेकिन ऐसा करते हुए पकड़ा गया। शायस्तेह का कनेक्शन न सिर्फ इज़रायली खुफिया एजेंसी मोसाद (Mossad) से, बल्कि इंग्लैंड (England) के शहर लंदन (London) बेस्ड ईरान इंटरनेशनल (Iran International) मीडिया चैनल से भी बताया जा रहा था, जो लंदन से ईरानी सरकार की खिलाफत करता है।
शायस्तेह को दी गई सज़ा-ए-मौत
इज़रायल के लिए जासूसी करने के जुर्म में ईरान ने शायस्तेह को सज़ा-ए-मौत दी है। उसे सोमवार, 23 जून की सुबह फांसी दे दी गई है।
हर जंग में मोसाद और शिन बेट की अहम भूमिका
मोसाद और शिन बेट (Shin Bet), दो मुख्य इज़रायली खुफिया एजेंसियाँ हैं। ईरान ही नहीं, गाज़ा (Gaza) में हमास (Hamas) के खिलाफ और लेबनान (Lebanon) में हिज़बुल्लाह (Hezbollah) के खिलाफ जंग में भी मोसाद और शिन बेट की अहम भूमिका रही है।