लगभग 11 किलोमीटर कम हो जाएगी यात्रा
मऊ बाईपास के बनने के बाद ट्रेन सीधे पिपरीडीह और खुरहट स्टेशन से होकर आजमगढ़ पहुंचेगी। इससे वाराणसी-आजमगढ़ रेल मार्ग की दूरी लगभग 11 किलोमीटर कम हो जाएगी और यात्रा समय में करीब एक घंटे की बचत होगी। परियोजना के सर्वे के लिए रेलवे बोर्ड ने 30 लाख रुपये का बजट जारी किया है ताकि कार्य में कोई बाधा न आए।
यात्रियों का बचेगा समय
अभी वाराणसी से आजमगढ़ की दूरी 136 किलोमीटर है। मौजूदा हालात में एक्सप्रेस ट्रेनें यह दूरी लगभग चार घंटे में तय करती हैं, जिससे यात्री असुविधा महसूस करते हैं और बस सेवा को प्राथमिकता देते हैं। जबकि परियोजना पूरी होने के बाद एक्सप्रेस ट्रेनें मात्र दो घंटे और पैसेंजर ट्रेनें ढाई घंटे में यह दूरी तय करेंगी। फिलहाल बसें यात्रियों को लगभग 179 रुपये में तीन घंटे और जनरथ बसें 225 रुपये में ढाई घंटे में पहुंचा देती हैं। यही वजह है कि यात्री फिलहाल रेल मार्ग की बजाय सड़क मार्ग को बेहतर मानते हैं। लेकिन नई लाइन बिछने के बाद रेलवे न केवल यात्रियों का समय बचाएगा, बल्कि यात्रा को भी सुगम बना देगा।