जानिए कैसे हुआ हादसा
आरती में शामिल श्रद्धालुओं ने बताया कि मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया था। परंपरा के तहत मंदिर में रूई से शृंगार किया गया था और शाम को भव्य आरती की तैयारी थी। श्रद्धालु बड़ी संख्या में आरती देखने और पूजा करने पहुंचे थे। इसी दौरान यह घटना हो गई , जलते दीपक के गिरते ही रूई के श्रृंगार में तुरंत आग पकड़ ली और देखते ही देखते तेजी से आग पकड़ लिया
रूई से किया गया श्रृंगार, चंद मिनट में ही जल कर राख
अचानक आग की लपटें देख श्रद्धालुओं में अफरा तफरी मच गई। कई लोग उन्हें बाहर निकालने और आग बुझाने में लग गए, लेकिन रुई के श्रृंगार से आग को रोकी नहीं जा सकी और कई लोग आग की चपेट में आ गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। मौके पर पहुंची टीम ने घायलों को मंडलीय अस्पताल पहुंचाया, फिर महमूरगंज स्थित जेएस मेमोरियल अस्पताल रेफर कर दिया गया।
मंत्री दयाशंकर मिश्रा और DM पहुंचे अस्पताल
हादसे में गंभीर रूप से झुलसे सात लोगों की पहचान बैकुंठनाथ मिश्रा, शिवान्य मिश्रा, देव नारायण पांडेय, सत्यम पांडेय, प्रिंस पांडेय, सानिध्य मिश्रा, कृष्णा के रूप में हुई है। इनमें मंदिर के पुजारी भी शामिल हैं। इधर आग लगने की सूचना मिलते ही मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु और DM अस्पताल पहुंचे। मंत्री ने घायलों का हालचाल जाना और डॉक्टरों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए।