वार्डवासियों का कहना है कि पहले जहां बच्चे खेलते थे, वहां अब कचरे के ढेर लगे हैं। सबसे बड़ी विडंबना यह है कि जिस स्थान पर लोग पानी भरते हैं, वहीं मवेशियों की गंदगी और घरों का कचरा डाला जा रहा है। यह स्थिति न केवल बदबू फैला रही है, बल्कि संक्रामक बीमारियों को भी न्योता दे रही है। लोगों का आरोप है कि नगर पालिका का अमला इस ओर जानबूझकर आंखें मूंदे हुए है। कई बार शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं होती।