ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला ने बताया, सूर्य का यह गोचर रोहिणी नक्षत्र में जब होता है, तो इसे नौतपा कहा जाता है। नौतपा के 9 दिन गर्मी से मौसम को गर्मी से तपाते हैं, जिससे धरती और वातावरण वर्षा के लिए अनुकूल हो जाते हैं।
इस बीच आंधी, उमस, बूंदाबांदी और कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश के आसार रहते हैं। जैसे-जैसे सूर्य रोहिणी की ओर बढ़ेगा, मौसम बदलता जाएगा। यह सिर्फ मौसम परिवर्तन नहीं है, बल्कि ऋतुओं की परंपरा में अगला अध्याय है। कई जिलों में लगातार प्री-मानसूनी गतिविधियां चल रही हैं।
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● पहले 3 दिन: तेज गर्मी, तपिश, उमस। ● मध्य 3 दिन: हवा, धूलभरी आंधी और कहीं हल्की फुहार।
● अंतिम 3 दिन: वर्षा का प्रबल योग, खासकर पहाड़ी और तटीय क्षेत्रों में।
अभी से होने लगीं प्री-मानसूनी गतिविधियां
-6 दिन से प्रदेश में कई जगह बारिश हो रही है। -मालवा-निमाड़ में गुरुवार को भी बौछारें। धार में 23 मिमी पानी। -भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर, श्योपुर समेत 3-4 दिन 33 जिलों में बारिश के आसार। पश्चिमी हिस्सों में गरज-चमक, तेज बौछारें। -शहडोल के धनपुरी में आकाशीय बिजली गिरने से एक की मौत।