नागपुर से आई टीम ने होटल से पकड़ा
डीआरआइ की नागपुर यूनिट को खबर मिली थी कि कुछ लोग दुर्लभ वन्यजीवों की खाल और अंगों को बेचने की योजना बना रहे हैं। इस पर टीम ने उज्जैन की एक होटल पर दबिश देकर इंदौर निवासी शैलेंद्र जैन (विजयनगर) और किशोर जैन (बड़ा सराफा) को गिरफ्तार किया। उनकी तलाशी ली गई तो उनके पास से दो तेंदुओं की खाल (सिर सहित), एक हाथी का दांत और एक जंगली सूअर का सींग बरामद हुआ। ये सभी वस्तुएं वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची-1 में सूचीबद्ध हैं, जिनका शिकार, व्यापार या संग्रहण पूरी तरह से प्रतिबंधित है। राजघराने की ट्रॉफी बताकर बेचने की थी तैयारी
पूछताछ में आरोपियों ने दावा किया कि बरामद खाल सैलाना राजघराने से मिली थी। डीएफओ जीएस गेबरिल के अनुसार आरोपी शैलेंद्र जैन ने बताया कि उनके पिता को यह खाल करीब 100 साल पहले ट्रॉफी के रूप में दी गई थी। पारिवारिक बंटवारे के दौरान 2003 में खाल मिली थी, लेकिन उसका वन विभाग में पंजीकरण नहीं कराया गया। डीएफओ के मुताबिक आरोपी सोशल मीडिया पर तेंदूए की खाल को बेचने की तैयारी में थे।