मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक ने बुधवार को बताया, श्रद्धालुओं की संया को ध्यान में रखते हुए अभिनव पहल की जा रही है। कार्यकम में देशभर के प्रतिष्ठित कलाकार अपनी पारंपरिक कलाओं की प्रस्तुतियां देंगे। मंच तैयार हो चुका है और 13 जुलाई से प्रतिदिन तीन प्रस्तुतियां होंगी। प्रत्येक शनिवार को मंदिर परिसर एवं त्रिवेणी संग्रहालय में सांस्कृतिक प्रस्तुति होगी, जबकि सप्त ऋषि परिसर में शनिवार और सोमवार को विश्राम रहेगा।
14 को महाकाल की पहली सवारी
बाबा महाकाल की प्रथम सवारी 14 जुलाई को निकलेगी। इस अवसर पर शिप्रा तट पर विशेष वैदिक उद्घोष कार्यकम होगा। दत्त अखाड़ा और रामघाट क्षेत्र में उज्जैन के 25 गुरुकुलों से जुड़े 500 से अधिक बटुक वैदिक मंत्रों से कार्यक्रम स्थल को गुंजायमान करेंगे। यह दृश्य न केवल आध्यात्मिक भाव से भर देगा, बल्कि उज्जैन की सनातन परंपरा को भी जीवंत करेगा।
50 से अधिक कार्यक्रमों की सूची जारी
मंदिर समिति द्वारा प्रतिदिन आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की सूची जारी की है, जिसमे कत्थक, लोक गायन, भजन संध्या और लोकनृत्य आदि शामिल हैं। देशभर से आएंगे कलाकार
महाकाल लोक में श्रावण-भादौ के सांस्कृतिक महोत्सव में देशभर के कलाकार हिस्सा लेंगे। मुंबई से सुश्री नेहा बेनर्जी कथक नृत्य की प्रस्तुति देंगी, जबकि बरेली से डॉ. हितु मिश्रा भजन गायन द्वारा श्रद्धालुओं को भावविभोर करेंगे। इंदौर से तीन प्रमुख प्रस्तुतियाँ होंगी इत सुश्री प्राची घारे नागर कथक नृत्य, सुश्री मानस्वी कानूनगो सेमी-क्लासिकल गायन और श्री वसंत शर्मा अपने साथी कलाकारों के साथ चतुरंग वाद्य वादन की प्रस्तुति देंगे। ये सभी प्रस्तुतियों महाकाल लोक की सांस्कृतिक गरिमा को नई ऊंचाई देंगी।
श्रावण और भादौ मास में जिला अधिकारियों की छुट्टियां निरस्त
उज्जैन कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने उज्जैन के सभी जिला अधिकार और अधीनस्थ अधिकारियों की छुट्टिया निरस्त कर दी हैं। यह कार्यवाही श्रावण व भादौ मास के दौरान श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में आवश्यक व्यवस्थाएं करने और भगवान श्री महाकालेश्वर की निकलने वाली सवारी के दौरान सुचारु रूप से व्यवस्थाओं के संचालन के लिए की गई है। 11 जुलाई से 20 अगस्त तक और पूर्व में स्वीकृत सभी प्रकार के अवकाश तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिए गए हैं। शनिवार और रविवार और अन्य शासकीय अवकाश के दिनों में भी सभी जिला अधिकारी जिला मुयालय पर उपस्थित रहेंगे। अत्यंत विशेष परिस्थितियों में ही पूर्वानुमति से ही अवकाश स्वीकृत होंगे।