प्रबंधन समिति के मुताबिक इस साल करीब तीन लाख भक्त महाकाल पहुंच सकते हैं। श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए मंदिर खुलने से लेकर, दर्शन तक का समय बदला गया है।
ये रहेगी दर्शन व्यवस्था
आम भक्तों के लिए- सावन और भादो महीने में श्रद्धालु महाकाल के नंदी द्वार से प्रवेश करेंगे। दर्शन के बाद निकासी के लिए अलग द्वार की व्यवस्था की गई है। वीआईपी भक्तों के लिए- वीआईपी, आरक्षित टिकट धारकों और पूजन-अभिषेक करने आने वाले भक्तों के लिए अलग मार्ग से एंट्री की व्यवस्था की गई है।
भस्म आरती का समय बदला
सावन के महीने में महाकाल में भस्म आरती का समय भी बदला गया है। मंदिर के कपाट आम दिनों में अल सुबह 3 बजे खुलेंगे और सोमवार को सुबह 2.30 बजे खोले जाएंगे। भस्म आरती का समय 3 बजे से 5 बजे तक रहेगा। शनिवार, रविवार और सोमवार को भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग बंद रहेगी। कावड़ यात्रियों के लिए- कावड़ यात्रियों के लिए विशेष प्रवेश और निकासी के साथ ही प्रशासन की ओर से ठहरने की व्यवस्था भी की गई है।
सांसकृतिक कार्यक्रम भी
सावन के महीने में हर शाम को महाकाल के दरबार महालोक में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। महाकाल की शाही सवारी
हर साल की तरह इस बार भी सावन के प्रत्येक सोमवार पर महाकाल सवारी निकाली जाएगी। महाकाल की शाही सवारी की डेट जानने के लिए यहां करें क्लिक…-
Mahakal ki Sawari 2025 Shahi Sawari Date