गार्डन के एक कोने में लहूलुहान शव पड़ा था, उसकी पहचान राजा सिमरैया पिता चमनलाल निवासी मदीना कॉलोनी, जूना सोमवारिया के रूप में हुई। वह कबाड़ी था, जो ठेले से गली-मोहल्लों में फेरी लगाता था। हत्याकांड ने गुरुपूर्णिमा की सुबह शहर और पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया। पुलिस महज पांच घंटे में हत्याकाण्ड की गुत्थी सुलझाकर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। (mp news)
सीसीटीवी और कॉल डिटेल से हुआ पर्दाफाश
सीएसपी राहुल देशमुख ने बताया कि सुबह कालिदास उद्यान में लाश मिलने की सूचना मिली। मौके पर पहुंचे तो पता चला कि उसके सिर पर पत्थर मारकर हत्या की गई। लाश की शिनाख्त कबाड़ का काम करने वाले राजा सिमरैया के रूप में हुई। पुलिस ने राजा की कॉल डिटेल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। परिवार वालों से पूछताछ की तो राजा के दो बेटों नवीन और पीयूष ने बताया कि पिता रात 9 बजे 10 मिनट में लौटने का कहकर घर से निकले थे। इस बीच सुराग मिला कि राजा रात में अपने दो साथियों अमन और अजीमुद्दीन के साथ देखा गया था। दोनों को पकड़कर पूछताछ की तो सनसनीखेज खुलासा हुआ। अमन ने राजा से उधार रुपए मांगे थे, उसे 400 रुपए पुराने भी राजा से लेने थे। जब राजा ने देने से इनकार किया तो कहासुनी खूनी विवाद में बदल गई। अमन और अजीमुद्दीन ने उद्यान में रखा गमला उठाकर राजा के सिर पर दे मारा। भारी पत्थर उठाकर बेरहमी से सिर पर वार किया, जिससे घटनास्थल पर ही राजा की मौत हो गई। वारदात अंजाम देकर दोनों फरार हो गए थे।
साथ में करते थे कबाड़ी का काम
राजा की हत्या के आरोपी अमन पिता अल्ताफ हुसैन, निवासी जूना सोमवारिया और अजीमुद्दीन पिता अब्दुल अजीज निवासी जानसापुरा राजा के साथ कबाड़ी का काम करते थे। ये तीनों अच्छे दोस्त भी थे। तीनों अक्सर शराब पार्टी करते थे।
चौकीदार ने दी थी पुलिस को सूचना
कालिदास उद्यान के चौकीदार श्रीचंद ने गुरुवार सुबह पुलिस को जानकारी दी। उसने बताया कि बुधवार रात 12 बजे युवक का कुछ लोगों से विवाद हो रहा था। चौकीदार ने सभी को टोका था कि गार्डन बंद हो चुका है। इस पर दो युवकों ने उसे डरा धमका भगा दिया। गुरुवार सुबह जब वह गार्डन पहुंचा तो यहां लाश पड़ी मिली।
खुलासे पर पुलिस टीम को मिला इनाम
निरीक्षक गगन बादल, उपनिरीक्षक विकास देवड़ा, हेमंत जादोन, जितेंद्र झाला, पुरुषोत्तम गौतम सहित काइम टीम के निरीक्षक अनिल शुक्ला, उनि प्रतीक यादव को इनाम दिया गया है।