कलेक्टर ने घटना के बाद उप प्रशासक एसएन सोनी, सुरक्षा अधिकारी जयंत राठौर और सहायक प्रशासक आशीष कलवाडिया की तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की थी। टीम का कहना है कि नागपंचमी, सवारी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में व्यस्तता के कारण समय पर जांच पूरी नहीं हो सकी। सुरक्षा प्रभारी जयंत राठौर ने जानकारी दी कि रिपोर्ट इस सप्ताह पेश की जाएगी। (MP News)
यह है मामला
21 जुलाई, श्रावण मास के दूसरे सोमवार की तड़के भस्म आरती के दौरान इंदौर के भाजपा विधायक गोलू शुक्ला (BJP MLA Golu Shukla) के बेटे रुद्राक्ष शुक्ला (Rudraksh Shukla) पर आरोप है कि उसने गर्भगृह में जबरन प्रवेश किया। ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी और गर्भगृह निरीक्षक आशीष दुबे ने रोकने की कोशिश की तो उसे धमकाया गया। इसी दौरान गर्भगृह के सीसीटीवी कैमरे भी कुछ देर के लिए बंद हो गए थे। मामला सामने आते ही मंदिर प्रशासन में हड़कंप मच गया। घटना के 24 घंटे के भीतर कलेक्टर ने जांच समिति गठित कर सात दिन में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे। पहले यह रिपोर्ट 5 अगस्त तक आने की संभावना थी, लेकिन पर्वों की वजह से आगे बढ़ा दी गई। (MP News)
आगे की कार्रवाई
अब तक 12 कर्मचारियों से पूछताछ हो चुकी है। इनमें से दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई तय है। हालांकि, विधायक और उनके पुत्र पर दंडात्मक प्रावधान क्या होंगे, इस पर अभी स्पष्टता नहीं है। मंदिर समिति सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट आते ही पूरे मामले में अगला कदम तय होगा। फिलहाल, गर्भगृह में सुरक्षा और सीसीटीवी संचालन को लेकर भी नए सिरे से समीक्षा की जा रही है। (MP News)