महर्षि पाणिनी संस्कृत विवि के प्रोफेसर ने किया शोध
महर्षि पाणिनी संस्कृत विवि के प्रोफेसर शुभम शर्मा ने अपने शोध के दौरान अब तक 17 महादेव मंदिरों पर काम किया है। उनका कहना हैं, हर कल्प में मंदिर स्थापित हुए। यानी, ब्राह्मण का विनाश और पुन: सृजन की अवधि। हर कल्प में मंदिरों के नाम बदले गए हैं। उस समय ऋषियों ने तपस्या या ज्ञान अर्जित कर मानवहित में योगदान दिया, उन्हीं के नाम से शिवलिंग के नाम रखे गए।मंदिर से जुड़ी कथा
1.स्वर्णज्वालेश्वर महादेवमंदिर के नंबर बता रहे खगोलीय महत्व
84 महादेव मंदिर में कुछ मंदिर पास-पास बने हैं। लेकिन उनके नंबर अलग-अलग हैं। यदि एक सीरीज में होते तो पास-पास वाले नंबर 2 या 3 लिखे होते, पर ऐसा नहीं है। एक मंदिर पर 10 तो पास वाले पर 24 नंबर लिखा है। ये मंदिर त्रिकोण स्थिति में बने हैं। ये खगोलीय महत्त्व को दिखाते हैं। इनके वास्तुशिल्प भी अद्भुत हैं। इस रिसर्च को एक टीवी चैनल के लिए किया जा रहा है।ये भी पढ़ें: बड़ी खबर, मेघालय पुलिस के हाथ लगी लाल पोटली, खोलेगी कोई गहरा राज