शिकायत में बताया गया कि बाघपुरा निवासी हिम्मत कुमार भंडारी, उसकी पत्नी लक्ष्मी देवी, औरंगाबाद (महाराष्ट्र) निवासी जानवी जयेश सोलके और शांताबाई धना धुगे ने उसे शादी के नाम पर ठगा। फरवरी 2022 में कमलेश के ननिहाल बाघपुरा में उसके मामा के बेटे को लक्ष्मी देवी ने जानवी की तस्वीर व्हाट्सएप पर भेजकर शादी की बात चलाई।
शादी के हामी भरवाकर झाड़ोल बुलाया
कमलेश ने शादी के लिए हामी भर दी। 22 फरवरी 2022 को आरोपियों ने कमलेश को झाड़ोल बुलाया। वहां वह अपने जीजा प्रकाश के साथ पहुंचा। उसे लड़की दिखाई गई और फिर सभी फलासिया गए। हिम्मत और लक्ष्मी ने शादी की बातचीत कर कमलेश से 3 लाख 10 हजार रुपये ले लिए और जानवी के साथ उसकी शादी की रस्में पूरी कराईं। अगले दिन हिम्मत, लक्ष्मी और शांताबाई दुल्हन को फलासिया में छोड़कर पैसे लेकर चले गए। फिर दूसरे ही दिन जानवी भी गहने लेकर फरार हो गई।
दो आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने पहले ही दो आरोपियों लक्ष्मी देवी (40) और हिम्मत कुमार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था। लेकिन मुख्य आरोपी जानवी सोलके पिछले तीन साल से फरार थी। थानाधिकारी फैलीराम के नेतृत्व में गठित टीम ने उसे सूरत (गुजरात) से डिटेन कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया।
कार्रवाई में ये लोग रहे शामिल
थानाधिकारी फैलीराम मीणा, एएसआई दिनेश कुमार, कांस्टेबल भूराराम और बालकृष्ण, महिला कांस्टेबल मैना मीणा और साइबर सेल के लोकेश रायकवाल ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।