बता दें कि व्यक्ति सांप के काटते ही घबराया नहीं। उसने सांप को मारा भी नहीं और तो और भगाया भी नहीं। बड़ी इत्मीनान से उसे पकड़ा और एक थैली में डाल दिया। फिर सीधे अस्पताल की ओर निकल पड़ा। जब व्यक्ति राजकीय महाराणा भूपाल हॉस्पिटल की इमरजेंसी में पहुंचा, तो हाथ में थैली लिए डॉक्टर से बोला, डॉक्टर साहब, यही है जिसने मुझे काटा है, अब इलाज कीजिए।
देखते ही चौंक गए डॉक्टर साहब
डॉक्टर पहले तो चौंक गए, भला ऐसा कौन करता है। लेकिन तुरंत समझ गए कि ये कोई समझदार मरीज है। डॉक्टरों ने बिना वक्त गंवाए जांच की और एंटी-वेनम इंजेक्शन लगा दिया। समय रहते इलाज शुरू हो गया और अब व्यक्ति पूरी तरह सुरक्षित है।
ऐसा यह पहला मामला
अस्पताल स्टॉफ ने बताया, ये अपने तरह का पहला मामला है, जिसमें कोई मरीज सांप को साथ लेकर आया हो। आमतौर पर लोग बता ही नहीं पाते कि उन्हें कौन सा सांप काट गया, जिससे इलाज में दिक्कत आती है। यहां तो मरीज ने खुद ही सबूत पेश कर दिया। बाद में उस सांप को वन विभाग को सौंप दिया गया।
व्यक्ति को निगरानी में रखा
अस्पताल में मौजूद लोग भी ये देखकर दंग रह गए। डॉक्टरों ने व्यक्ति को एहतियात के तौर पर निगरानी में रखा है। लेकिन उसकी हालत अब स्थिर है और खतरे से बाहर है। डॉक्टरों ने कहा कि अक्सर लोग घबरा जाते हैं और इलाज में देर हो जाती है, जिससे जान को खतरा बढ़ जाता है। लेकिन इस युवक की सूझबूझ ने उसकी जान बचा ली।
विशेषज्ञों की क्या है सलाह
विशेषज्ञ भी यही सलाह देते हैं कि ऐसी आपात स्थिति में डर के बजाय समझदारी से काम लेना चाहिए। घबराहट से हालात बिगड़ते हैं, जबकि शांत दिमाग से सोचें तो मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति संभाली जा सकती है। गौरतलब है कि करीब 20 दिन पहले राजधानी जयपुर में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जब एक व्यक्ति सांप को पकड़कर इलाज के लिए अस्पताल ले गया था। इस घटनाक्रम ने न सिर्फ लोगों को चौंका दिया, बल्कि यह भी दिखाया कि संकट के समय में होश और साहस कैसे जान बचा सकते हैं।
सांप के काटने पर ये करें
-शांत रहें और आश्वस्त करें, ताकि घबराहट न बढ़े।
-सांप से धीरे-धीरे दूरी बनाएं।
-घाव वाले स्थान को खुला छोड़ दें और दबाव न डालें।
-प्रभावित क्षेत्र से जूते, बेल्ट, अंगूठी, घड़ी या तंग कपड़े तुरंत हटा दें।
-बाईं करवट पेट के बल लिटाएं, दाहिना पैर मोड़कर हाथ से चेहरे को सहारा दें।
-जल्द से जल्द नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल में चिकित्सा सहायता लें।
ये गलती न करें
-जिसको सांप काटा है, उसको अत्यधिक थकने या घबराने न दें।
-सांप पर हमला या उसे मारने की कोशिश न करें।
-घाव पर घरेलू नुस्खे या कोई भी पदार्थ न लगाएं।
-रक्त संचार रोकने के लिए पट्टी या रस्सी से कसकर न बांधें।
-रोगी को उसकी पीठ के बल न लिटाएं।
-किसी भी तरह के पारंपरिक या असुरक्षित उपचार का उपयोग न करें।