राजस्थान में अफीम किसानों का जोरदार प्रदर्शन, पुलिस को लगाने पड़े बैरिकेड्स, डोडा चूरा से जुड़ा है मामला
Opium Farmers Protest: राजस्थान के उदयपुर जिले में अफीम किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया है। भारी संख्या में किसान सड़क पर निकले और कलेक्ट्रेट कार्यालय में जिला मिजस्ट्रेट को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। किसानों की भारी संख्या को देखते हुए पुलिस को बैरिकेड्स लगाने पड़े।
अफीम किसानों का उदयपुर में प्रदर्शन (फोटो-पत्रिका)
उदयपुर। जिले के अफीम किसान लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाते रहे हैं, लेकिन उनकी मांगें पूरी नहीं हो रही थी। मंगलवार को भारी संख्या में अफीम किसान जिला कलेक्ट्रेट पहुंच गए। इतनी संख्या में किसानों को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को बैरिकेड्स लगाने पड़े। अफीम किसान लंबे समय से डोडा चूरा नष्टीकरण के लंबित मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
दरअसल, ‘अफीम किसान संघ राजस्थान-मध्यप्रदेश’ के बैनर तले मंगलवार को अफीम किसान सड़क पर आ गए। वल्लभनगर, मावली, भीण्डर और कानोड़ तहसील के अफीम उत्पादक किसान भारी संख्या में इस प्रदर्शन में शामिल हुए। उदयपुर कलेक्ट्रेट पहुंचकर किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया।
रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे किसान
पहले सभी किसान टाउन हॉल पहुंचे और वहां से रैली के रूप में जिला कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुए। पुलिस ने पहले ही सड़क पर बैरिकेड्स लगा दिए थे। इस दौरान किसानों ने जमकर नारेबाजी की। अफीम किसानों के प्रतिनिधि मंडल ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्र में ज्ञापन सौंपा है।
2018 से लंबित है मुआवजा
प्रदर्शन में शामिल पदाधिकारियों ने बताया कि साल 2018 से 2024 तक डोडा चूरा नष्टीकरण का किसानों को मुआवजा नहीं मिला है। किसानों ने लंबित मुआवजे की मांग और आगामी वर्ष 2024–25 के लिए डोडा चूरा नष्टीकरण की अनुमति को लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है।
सरकारी नियमों के तहत किसानों डोडा चूरा किया नष्ट
किसानों ने बताया कि बीते वर्षों में उन्होंने सरकार की तरफ से निर्धारित नियमों के तहत डोडा चूरा नष्ट किया, इसके बावजूद अब तक उन्हें नष्टीकरण का मुआवजा नहीं मिला है। ऐसे में भारी संख्या में किसानों ने सड़क पर निकलकर अपनी मांगों को प्रशासन के सामने रखा है।