इस वारदात में लुटेरों ने धारदार हथियारों से लैस होकर बुजुर्ग से करीब 15 लाख रुपये के सोने के जेवरात, 3 लाख रुपये के चांदी के जेवरात, डेढ़ से दो लाख रुपये नकद और पुराने व नए सिक्के मिलाकर लाखों का सामान लूटा था।
जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल द्वारा वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत यह सफलता मिली है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल स्वरूप मेवाडा और वृताधिकारी कोटड़ा राजेंद्र के सुपरविजन एवं थानाधिकारी धनपत सिंह के नेतृत्व में पानरवा पुलिस टीम ने आसूचना और तकनीकी सहयोग से नारूलाल को डिटेन कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया।
घटना 25 मई की रात की
यह घटना 25 मई की रात की है, जब मानपुर गांव में चार-पांच नकाबपोश व्यक्ति धारदार हथियारों के साथ बुजुर्ग भूरी लाल कलाल के घर में घुस गए थे। बारिश और तूफान के कारण हुए अंधेरे का फायदा उठाकर उन्होंने बुजुर्ग को बंधक बना लिया। लुटेरों ने भूरी लाल के साथ हथियारों से मारपीट की और उनके घर से सोने व चांदी के जेवरात, करीब डेढ़ से दो लाख रुपये नकद, एक मोबाइल, 5-6 किलो सिक्के (एक और दो रुपये के) और कुछ पुराने सिक्के (1, 2, 5 और 10 पैसे के) लूट लिए। लूटे गए सोने के जेवरात का मूल्य लगभग 15 लाख रुपये और चांदी के जेवरात का मूल्य लगभग 3 लाख रुपये आंका गया था। पड़ोसियों के जाग जाने से आरोपी मौके से फरार हो गए, लेकिन भागते समय उनकी एक शर्ट और एक धारदार चाकू घटनास्थल पर छूट गया था।
दो अभियुक्त पहले ही गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस ने पहले ही दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया था और एक नाबालिग को डिटेन किया जा चुका था, जबकि मुख्य आरोपी की तलाश जारी थी। थानाधिकारी धनपत सिंह के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने आसूचना और तकनीकी संसाधनों का उपयोग करते हुए मुख्य आरोपी नारूलाल उर्फ नारायण को डिटेन कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। प्रकरण में आगे का अनुसंधान जारी है। इस ऑपरेशन में थानाधिकारी धनपत सिंह के साथ कांस्टेबल दिलीप कुमार, प्रकाश चंद्र, जयपाल सिंह और उमेश कुमार सुथार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।