जानकारी के मुताबिक, प्रकाश राज बुधवार की सुबह हैदराबाद के बशीरबाग स्थित ईडी दफ्तर पहुंचे, जहां अधिकारियों ने उनसे घंटों तक पूछताछ की। यह पूछताछ उन आरोपों के सिलसिले में की गई जिसमें कहा गया है कि उन्होंने कुछ अवैध बेटिंग ऐप्स का प्रचार किया था।
बता दें प्रकाश राज से पहले भी कई अन्य सेलिब्रिटीज को इस मामले में ईडी ने नोटिस जारी किए हैं।
गलत ऐप को प्रमोट करने का कॉन्ट्रैक्ट
साइबराबाद की पुलिस ने मार्च में अभिनेता प्रकाश राज और कुछ दूसरे कलाकारों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया था। ये मामला एक बेटिंग ऐप को प्रमोट करने से जुड़ा था। इसके बाद प्रकाश राज ने सफाई दी थी कि उन्होंने साल 2017 में एक ऐप को प्रमोट करने का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था, लेकिन बाद में जब उन्हें लगा कि यह सही नहीं है, तो उन्होंने यह प्रमोशन आगे नहीं किया।
इन एक्टर्स से भी होगी पूछताछ
इस केस में अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी जांच कर रही है। हाल ही में ईडी (ED) ने कई और मशहूर कलाकारों को पूछताछ के लिए बुलाया है। इनमें अभिनेता राणा दग्गुबाती, विजय देवरकोंडा, लक्ष्मी मांचू और अनन्या नागल्ला के नाम शामिल हैं। राणा दग्गुबाती को 23 जुलाई को पेश होना था, लेकिन उन्होंने तारीख बदलने की अपील की। विजय देवरकोंडा को 6 अगस्त और लक्ष्मी मांचू को 13 अगस्त को ईडी दफ्तर बुलाया गया है। अवैध सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म को कथित रूप से बढ़ावा देने के आरोप में कुल 29 सेलिब्रिटीज के खिलाफ ईडी ने मामला दर्ज किया। इनमें टीवी एक्टर्स, टीवी होस्ट और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स जैसे श्रीमुखी, श्यामला, वर्षिनी सुंदरराजन, वसंती कृष्णन, शोभा शेट्टी, अमृता चौधरी, नयनी पावनी, पद्मावती, हर्ष साई समेत कई अन्य भी शामिल हैं।
कई पुलिस स्टेशनों में दर्ज
इस पूरे मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मनी लॉन्ड्रिंग रोकने वाले कानून (पीएमएलए) के तहत कर रही है। जांच उन पांच एफआईआर पर आधारित है जो तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों पंजागुट्टा, मियापुर, साइबराबाद, सूर्यापेट और विशाखापत्तनम में दर्ज की गई थीं। ईडी को शक है कि कुछ अवैध ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म्स जैसे कि जंगली रम्मी, A23, जीतविन, परिमैच और लोटस 365 के प्रमोशन के जरिए बड़ी रकम को गलत तरीके से इधर-उधर किया गया यानी मनी लॉन्ड्रिंग की गई।
इससे पहले जब हैदराबाद और साइबराबाद पुलिस ने कुछ एक्टर्स से पूछताछ की थी, तो उन्होंने कहा था कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया और नैतिक कारणों से ऐसे प्रमोशन वाले कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिए थे। लेकिन ईडी इस मामले को गंभीरता से ले रही है और गहराई से जांच कर रही है।