यह खाताधारक36 वर्षीय कृष्ण शर्मा है। यह आरोपी पहले महाराष्ट्र के ठाने में रहता था। इसके बाद वह अपने मूल गांव बीकानेर जिले के नापासर थाना क्षेत्र गांव खारडा में आ गया। अपने गांव से यह बीकानेर के तिलकनगर में विकास मॉडल स्कूल के पास करणी ट्रेडिंग कंपनी संचालित करने लगा। इस आरोपी के बारे में विभिन्न कम्प्यूटर और लेपटॉप से जुटाए गए साक्ष्यों के आधार पर इस आरोपी की पहचान हुई। इस आरोपी को बीकानेर से गिरफतर किया और अदालत मेें पेश किया। अदालत से 22 जून तक पुलिस रिमांड हासिल किया है।
कर्नाटक के पीडि़त ने यहां कराया था मामला दर्ज
28 जनवरी 2025 को कर्नाटक राज्य के विजयपुरा जिले के इंगलागी निवासी परिवादी कांटेप्पा बाबू चव्हाण ने पुलिस थाना पुरानी आबादी में रिपोर्ट पेश की कि आरोपी अजय आर्य पुत्र लाजपत व उसके साथियों ने कर्नाटक में कैपमोर एफएक्स कम्पनी में करोड़ो रूपये का निवेश करवाकर कर्नाटक के हजारों लोगो को साईबर जाल में फंसाया। करीब दो हजार करोड़ रूपये से अधिक का साइबर फ्रॉड कर वहां से फरार होकर श्रीगंगानगर में आ गगए।
सदर और पुरानी आबादी पुलिस ने इस मामले में अम्बिका सिटी-2 से आरोपी अजय आर्य के मकान से 10 लाख रूपये की नगदी, 08 एटीएम कार्ड, 03 सीपीयू, 06 मोबाईल फोन, 03 पैन कॉर्ड, करीब 85 लाख रूपये की लग्जरी कार व साईबर फ्रॉड के दस्तावेज बरामद किए। इस दौरान मुख्य सरगना अजय आर्य के पिता लाजपत आर्य व भाई दीपक आर्य को गिरफतार किया था।
ये आरोपी अब तक फरार
इस साइबर फ्राॅड के मुख्य सरगना पुरानी आबादी अम्बिका सिटी- 2 कॉलोनी निवासी अजय कुमार वर्मा पुत्र लाजपत राय, चूनावढ़ निवासी सौरभ चावला, सौरभ की पत्नी सलोनी पंजाब के सरवर खुईयां थाना क्षेत्र गांव वरियामखेड़ा निवासी राजेन्द्र सिह सोनी और गांव कालियां क्षेत्र में रहने वाले कर्मजीत सिह भूमिगत हो गए।