फजल अत्राचली पीकेएल इतिहास में सबसे सफल डिफेंडर हैं। ईरान से ताल्लुक रखने वाले इस राइट कॉर्नर डिफेंडर ने अपनी शानदार तकनीक और रणनीति के दम पर कबड्डी की दुनिया में एक अलग पहचान बनाई है। फजल ने प्रो कबड्डी में अपने करियर की शुरुआत 2015 में यू मुम्बा के साथ की थी। तब से उन्होंने कई टीमों, जैसे पटना पाइरेट्स, गुजरात जायंट्स, पुणेरी पलटन और बंगाल वॉरियर्स के लिए खेला है। 2024 तक फजल ने 188 मैच खेले हैं और 545 टैकल पॉइंट्स हासिल किए हैं, जो पीकेएल इतिहास में किसी भी डिफेंडर का सर्वाधिक स्कोर है।
फजल की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है दो बार पीकेएल खिताब जीतना। 2015 में उन्होंने यू मुम्बा के साथ पहला खिताब जीता, जहां उनकी डिफेंसिव रणनीति ने टीम को फाइनल में जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके बाद 2016 में पटना पाइरेट्स के साथ खेलते हुए उन्होंने दूसरा खिताब अपने नाम किया। इन दोनों सीज़न में फजल ने न केवल अपनी डिफेंसिव स्किल्स का प्रदर्शन किया, बल्कि एक कप्तान और लीडर के रूप में भी अपनी छाप छोड़ी। उनकी नेतृत्व क्षमता ने युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया और टीमों को एकजुट रखने में मदद की।
अत्राचली के PKL में आंकड़े
फजल ने अब तक कुल 188 मैच खेले हैं और 557 अंक हासिल किए हैं। 10 सीजन खेलने के बाद उनके नाम सिर्फ 12 रेड प्वाइंट्स हैं लेकिन टैकल प्वाइंट्स के मामले में वह सबसे आगे हैं। उन्होंने करियर में 32 हाई 5, 36 सुपर टैकल और 944 टैकल्स शामिल हैं। उनकी डिफेंस में क्षमता अब दबंग दिल्ली की ताकत को मजबूत करेगी और टीम को दूसरे खिताब के लिए तैयार करेगी।