गहरा महासागर क्यों है जरूरी?
गहरा महासागर वो क्षेत्र है जो समुद्र तल से 200 मीटर से अधिक गहराई पर होता है। यह जीवन के लिए कई जरूरी सेवाएं देता है—जैसे कि ऑक्सीजन बनाना, जलवायु को संतुलित रखना, और नई दवाओं की खोज में मदद करना। बावजूद इसके, इसका बहुत कम हिस्सा ही वैज्ञानिक रूप से खोजा गया है।1958 से अब तक 44,000 गोताखोरी प्रयास
शोधकर्ताओं ने 1958 से अब तक की लगभग 44,000 गहरे समुद्र में की गई डाइविंग गतिविधियों का अध्ययन किया है। ये प्रयास दुनिया के 120 देशों के समुद्री इलाकों में हुए, लेकिन फिर भी महासागर की बहुत कम सतह ही देखी जा सकी है। इनमें से करीब 30% प्रयास 1980 से पहले हुए थे और वे भी कम गुणवत्ता की ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीरें भर थे।गहराई की खोज में कुछ ही देश आगे
शोध में पाया गया कि अमेरिका, जापान और न्यूजीलैंड के तटों से 200 समुद्री मील के भीतर ही 65% से अधिक दृश्य अध्ययन हुए हैं। कुल गहरे समुद्र की खोज का 97% भाग केवल 5 देशों (अमेरिका, जापान, न्यूजीलैंड, फ्रांस और जर्मनी) द्वारा किया गया है। इससे बाकी दुनिया और समुद्र के क्षेत्रों की जानकारी लगभग शून्य जैसी है।कई क्षेत्रों की जानकारी अब भी नहीं
समुद्र के कुछ क्षेत्रों जैसे कि घाटियां (canyons) और पर्वतों (ridges) पर शोध हुआ है, लेकिन abyssal plains (गहरे, समतल क्षेत्र) और seamounts (समुद्र के नीचे पहाड़) अब भी रहस्य बने हुए हैं।अगर धरती पर जीवन को समझने के लिए केवल 0.001% भूमि का ही अवलोकन किया जाए, तो यह वैसा ही होगा जैसे हम पूरी धरती को समझने की कोशिश सिर्फ ह्यूस्टन, टेक्सास के बराबर जमीन देखकर कर रहे हों।
आगे क्या करना चाहिए?
वैज्ञानिकों ने इस रिपोर्ट में अपील की है कि:- गहरे समुद्र की खोज में सभी देशों को शामिल किया जाए, विशेष रूप से कम और मध्यम आय वाले देशों को।
- सस्ती और छोटी तकनीकों का उपयोग बढ़े जिससे ज़्यादा लोग गहराई में जाकर खोज कर सकें।
- स्थानीय समुदायों को आधुनिक उपकरण और प्रशिक्षण देकर उन्हें भी महासागर की रक्षा में भागीदार बनाया जाए।