डूंगातो की गुआर निवासी सोहनी देवी (70) पत्नी शेरसिंह रावत की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। उसके शव के अवशेष पास ही मनोहरसिंह रावत के बाड़े में मिले। शव का ज्यादातर हिस्सा जल गया था और कुछ अवशेष रहे थे, उन्हें खड्डा खोदकर गाड़ा गया था। सूचना पर देवगढ़ थानाधिकारी अनिल कुमार विश्नोई मय जाब्ते के घटना स्थल पर पहुंचे। शव के अवशेषों की पोटली को उप जिला अस्पताल देवगढ़ की मोर्चरी में रखवाया।एफएसएल टीम भी घटना स्थल पर पहुंची, जहां से कुछ साक्ष्य जुटाए और आग जलाने, शव के अवशेष, मिट्टी आदि के नमूने संग्रहित किए गए।
पुलिस द्वारा परिजनों व गांव के अन्य लोगों से भी गहन पूछताछ की जा रही है। लेकिन, फिलहाल कोई स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है, जबकिन पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिससे संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही महिला की मौत का राजफाश हो जाएगा। पुलिस ने परिजनों एवं ग्रामीणों की मौजूदगी में रविवार दोपहर में मृतका का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
पति ने पड़ोसी मां-बेटे पर जताई हत्या की आशंका
पति शेरसिंह रावत ने देवगढ़ थाने में रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि वह रोज की तरह शनिवार को नरेगा कार्य करने गया और दोपहर को आने के बाद पत्नी के साथ खाना खाया। फिर वह घर पर सो गया, जबकि पत्नी रोजमर्रा के काम में लग गई। शाम करीब साढ़े 7 बजे वह बड़े भाई हेमसिंह के घर खाना खा रहा था, तभी मनोहरसिंह दौड़कर आया और बाड़े में चलने की जिद करने लगा। इस पर वह उसके भतीजे संतोषसिंह, गणेशसिंह के साथ बाड़े में पहुंचे, जहां एक हाथ खड्डे से बाहर निकला हुआ था।
फिर कई लोग पहुंच गए और खुदाई करने पर एक हाथ, कुछ हडि्डयां निकलीं, जिसमें दो चूड़ी, एक कड़ा मिला, जिससे अधजले शव के अवशेष की पहचान शेरसिंह की पत्नी सोहनीदेवी के रूप में हुई। इस पर शेरसिंह ने मनोहरसिंह, उसकी मां शायरी देवी पर हत्या की आशंका जताते हुए रिपोर्ट दी।