इधर, माउंट आबू में भालुओं के आबादी क्षेत्र में मूवमेंट से लोगों में डर बना हुआ है। भालुओं के हमले में घायल मोरडू आबूरोड निवासी दिनेश पुत्र वजाराम के अनुसार वह स्वयं, उसका पुत्र किशन व एक अन्य परिजन रेशमा राम काम के सिलसिले में माउंट आबू आए थे। नीलकंठ मंदिर के समीप सो गए।
हमले से खुद को बचाने की जद्दोजहद
इसी बीच भालुओं के हमले से खुद को बचाने की जद्दोजहद में तीनों युवक जोर-जोर से चिल्लाने लगे। जिस पर पालिका पूर्व अध्यक्ष सुरेश थिंगर, अभिषेक थिंगर सहित अन्य लोग मौके पर पहुंचे। जिन्होंने शोर मचाकर भालुओं को बड़ी मुश्किल से खदेड़ा। भालुओं के हमले में मोरडू गांव के किशन गरासिया, दिनेश गरासिया व रेशमा गरासिया घायल हो गए। भालुओं ने उनके मुंह, नाक, कंधे, आंखों के पास, जबड़ा व शरीर के अन्य हिस्सों को जख्मी कर दिया। तीनों घायल युवकों को ग्लोबल अस्पताल पहुंचाया गया।
वन विभाग को दी सूचना
भालुओं के हमले की सूचना वन विभाग को दी गई। जिस पर वनपाल राजेश विश्नोई मौके पर पहुंचे। जिन्होंने उपवन संरक्षक शुभम जैन के निर्देशन में घटना की जानकारी लेकर उपचाराधीन युवकों का हाल जाना।