पूरा मामला 21 मई का बताया जा रहा है। सर्किट हाउस में कांग्रेस की बैठक चल रही थी। इसी दौरान बैठक में राम शिरोमणि ने आरएसएस को गद्दार संस्था बताया था। इस बयान का वीडियो सामने आते ही हड़कंप मच गया। संघ कार्यकर्ता अंगिरा प्रसाद शर्मा ने अपने साथियों के साथ गुरुवार की रात थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस को सबूत के तौर पर वीडियो भी सौंपा है।
थाने में तीन घंटे तक बैठाए रखा
पुलिस ने राम शिरोमणि शैवाल को उनके घर से तकरीबन साढ़े नौ बजे गिरफ्तार कर लिया और 12:30 बजे के करीब कांग्रेसी नेता को अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने अस्पताल में मेडिकल कराया और फिर कोर्ट लेकर पहुंच गई। फिर ढाई बजे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से सीधा राम शिरोमणि सहवाल को जेल भेज दिया गया। इस पूरे मामले पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष ग्रामीण ज्ञानेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि राम शिरोमणि शाहवाल को गिरफ्तार करना बेहद ही शर्मनाक एवं निंदनीय है। सिर्फ आरएसएस को गद्दार कहने मात्र से पुलिस प्रशासन ने गिरफ्तार कर लिया। मैं पूछना चाहता हूं कि देश की सेना को भाजपा के उपमुख्यमंत्री ने मोदी जी के चरणों में नतमस्तक कहा। भाजपा का एक मंत्री सेना के खिलाफ अनर्गल बयान देता है। पुलिस प्रशासन इन दोनों को अभी तक गिरफ्तार क्यों न ही किया जवाब दें? यह सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं, यह लोकतंत्र की हत्या है। मैं और पूरी कांग्रेस पार्टी रामशिरोमणि शाहवाल जी के साथ मजबूती से खड़ी है। सत्यमेव जयते।