सवाल : आज प्रदेश की सियासत में शिखर पर हैं , क्या कभी सोचा था राजनीति में आएंगे ? जवाब : छात्र जीवन में एनएसयूआइ से जुड़ा, तब सीकर एसएफआइ का गढ़ था। कॉलेज में अन्य संगठनों की बैठक करना मुश्किल होता था। कैम्पस में बैठकें शुरू कराई तो संगठन में जिम्मेदारियां मिलती गई। कॉलेज के बाद वकालात शुरू की। मैं अपने वार्ड से पार्षद का चुनाव लड़ना चाहता था, लेकिन टिकट नहीं मिला। बात वहीं खत्म हो गई। लेकिन 2005 में पार्टी ने पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ने का मौका दिया। चुनाव जीता तो प्रधान बन गया। 2008 में पहली बार विधायक का टिकट मिला और 34 वोटों के मामूली अंतर से जीत मिली। उसके बाद यह सफर थमा नहीं।
सवाल : फुर्सत के पल कैसे बिताते हैं, खुद को ऊर्जावान बनाए रखने के लिए क्या करते हैं ? जवाब : संगठन की जिम्मेदारी की वजह से समय काफी कम मिल पाता है। घर पर अपने पोते पोतियों के साथ खेलना मेरा फेवरिट टाइम होता है। दिन में सोना मुझे पसंद नहीं, यदि कभी समय मिलता है तो यार दोस्तों और कार्यकर्ताओं के साथ गप्पे लड़ाना पसंद करता हूं। इसी से मुझे एनर्जी मिलती है।
सवाल : पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी है तो परिवार के लिए समय कैसे निकालते हैं ? जवाब : जयपुर में अपने बच्चों के साथ ही रहता हूं। मेरी मां और उनकी सेवा के लिए पत्नी सीकर में ही रहती हैं। इसलिए सप्ताह में एक बार मां से मिलने जरूर आता हूं। इसी बीच अपने निर्वाचन क्षेत्र केे लोगों से भी मिलता हूं। मां से मिलकर पूरा सकून मिलता है इससे पूरे सप्ताह की थकान मिट जाती है।
सवाल : पार्टी और परिवार के बाद कोई ऐसा इंसान, जो जीवन में बहुत अहमितय रखता हो ? जवाब : सीकर बार कोंसिल के मौजूदा अध्यक्ष भागीरथमल जाखड़। वे वकालत के पेश में मेरे गुरु रहे। सियासत में मुझे आगे बढ़ाने में पूर्व पीसीसी चीफ चौधरी नारायण सिंह, प्रहलाद झूरिया व भागीरथ मल जाखड़ का अहम योगदान रहा। उनके प्रति मन में अलग तरह का सम्मान भाव है।
सवाल : सियासी सभाओं में आपका गमछा डांस बहुत लोकप्रिय है, इसकी क्या कहानी है ? जवाब : यह शुरुआत पिछले विधानसभा चुनाव से हुई। मेरी नामांकन रैली के दौरान डीजे पर म्हारी तेजल सुपर डुपर गाना बज रहा था। कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए मैं गाड़ी के ऊपर खड़ा होकर नाचने लगा। यह उन्हें खूब रास आया। इसके बाद लोकसभा चुनाव के दौरान बाड़मेर में कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल के समर्थन में सभा थी। वहां भी वही गाना बजा और डांस की डिमांड हुई। तब मेरे गले में गमछा था। डांस के दौरान मैंने गमछा घुमा दिया। इसके बाद तो हर सभा में गमछा डांस की डिमांड होने लगी।
सवाल : आपका कोई पसंदीदा खेल, यदि है तो कब खेलते हो ? जवाब : मुझे बचपन से बालीबॉल खेलने का बहुत शौक है। समय अभाव की वजह से अब खेल नहीं पाता हूं।
सवाल : कोई फेवरेट फिल्म या गीत, कब देखते या सुनते हो ? जवाब : मैंने सिनेमा हॉल में पहली मूवी मिस्टर नटवरलाल देखी। यह काफी अच्छी मूवी थी। पिछले 25 सालों में कोई मूवी नहीं देखी। यात्रा के दौरान कई बार समय मिलता है पुराने गाने सुन लेता हूं।