प्रशिक्षण में नहीं आए 25 कर्मचारी, अब होगी कार्रवाई शिक्षा विभाग ने पटवार भर्ती के लिए 497 कर्मचारियों को नियुक्त किया। पटवार भर्ती की ड्यूटी में शामिल होने वाले कर्मचारियों को शनिवार को प्रशिक्षण दिया गया। इनमें से 25 कर्मचारी नहीं पहुंचे है। सहायक परीक्षा समन्वयक ने 25 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्होंने बताया कि नोटिस का जवाब संतुष्टीपूर्ण नहीं होने पर निलम्बन की कार्रवाई की जाएगी। गैर हाजिर रहने वाले कर्मचारियों में सबसे ज्यादा शिक्षा विभाग के कर्मचारी शामिल है।
चयन बोर्ड अध्यक्ष बोले, महिलाएं पूरे हाथ में नहीं लगाए मेहंदी पटवार भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले महिलाओं के लिए चयन बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज ने सोशल मीडिया पर मैसेस साझा किया है। दरअसल, एक छात्रा ने चयन बोर्ड अध्यक्ष से पूछा था कि पटवारी भर्ती में मेहंदी लगाकर आ सकते है। इस पर चयन बोर्ड अध्यक्ष ने मेहंदी लगाना अवॉइड करना चाहिए क्योंकि इससे बायोमेटि्रक में दिक्कत आ सकती है। इसके लिए शपथ पत्र देना होगा। बाद में चयन बोर्ड अध्यक्ष ने लिखा कि हथेली पर मेहंदी नहीं लगानी चाहिए। महिलाएं अंगूठे व अंगुलियों के उपरी हिस्से पर मेहंदी लगा सकती है।
ऐसे समझें युवाओं का दर्द…. केस एक: सीकर मांगा लेकिन जयपुर मिला सेंटर सीकर निवासी बृजमोहन ने बताया कि पटवार भर्ती में सीकर जिले में परीक्षा केन्द्र मांगा था। लेकिन चयन बोर्ड ने जयपुर में भी दूर-दराज सेंटर अलॉट किया है। इससे पहले भी विभिन्न परीक्षाओं में सीकर के स्थान पर अलवर व अजमेर में भी सेंटर मिल चुका है। दूर सेंटर मिलने पर बेरोजगारों को काफी परेशानी होती है।
केस दो: रास्ते में खोलना पड़ेगा उपवास सीकर निवासी आकाश ने बताया रविवार को पहली पारी में जयपुर सेंटर पर परीक्षा देनी है। दूसरी तरफ जन्माष्टमी का उपवास रखा। सुबह भीड़ होने की वजह से देर शाम को ही जयपुर के लिए रवाना हो गया। उन्हाेंने बताया कि मजबूरी में जयपुर जाकर किसी परिचित के यहां उपवास खोलना पड़ेगा।
टॉपिक एक्सपर्ट… प्रतियोगी परीक्षाओं में शेखावाटी के युवा काफी संख्या में शामिल होते है। चयन बोर्ड व राजस्थान लोक सेवा आयोग ने यहां कभी केन्द्र तय कर रखे है। रीट व नीट में जिन स्कूलों को केन्द्र बनाया जाता है उनको दूसरी परीक्षाओं में भी शामिल किया जाना चाहिए। इससे यहां के अभ्यर्थियों को यही परीक्षा देने का मौका मिल सकता है। इससे सरकार को भी युवाओं को निशुल्क यात्रा नहीं करानी पड़ेगी, जिससे सीधे तौर पर राजस्व का फायदा होगा।
हितेश शर्मा, कॅरियर काउंसलर, सीकर