इसलिए मिल रहा बेहतर परिणाम
देश में नीट का कोचिंग हब बन रहा राजस्थान छोटे शहरों तक में कोचिंग और हॉस्टल की सुविधा गांव-ढाणियों में बेहतर शैक्षणिक माहौल बेहतर स्कूली शिक्षाडॉक्टरी की पढ़ाई को लेकर इसलिए बढ़ रहा क्रेज…
एक्सपर्ट का कहना है कि डॉक्टरी के क्षेत्र में फिलहाल बेरोजगारी दर कम होने की वजह से युवाओं का क्रेज बढ़ रहा है। वहीं कई युवा व उनके अभिभावकों के हिसाब से भविष्य के हिसाब से भी इस क्षेत्र को कॅरियर के लिहाज से काफी सुरक्षित मानते है। इसलिए देश के ज्यादातर राज्यों में नीट की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा हो रहा है।NEET 2025 Result: 99.99% के साथ हनुमानगढ़ के महेश कुमार बने टॉपर, कोटा से निकले टॉप-10 के 3 स्टूडेंट
नीट के लिए आवेदन करने वालों की संख्या
वर्ष – आवेदन
2019 – 15,19,375 2020 – 15,97,435 2021 – 16,14,777 2022 – 18,72,343 2023 – 20,87,462 2024 – 24,06,079 2025 – 22,76,069नीट टॉपर महेश को मिलेगा 51 लाख का पुरस्कार, कलक्टर-एसपी से लेकर भाजपा-कांग्रेस नेताओं ने बढ़ाया हौसला
राजस्थान के युवाओं की नीट में लगातार धाक बढ़ रही है।पिछले साल नीट के परिणाम में भी राजस्थान ने कई टॉपर दिए। इस साल भी नीट में पहली रैंक भी राजस्थान के खाते में दर्ज हुई है। पहले राजस्थान के युवाओं की ओर डॉक्टरी का फैसला काफी देरी से लिया जाता था। अब राजस्थान के युवाओं की ओर से दसवीं कक्षा से तैयारी शुरू कर दी जाती है। इस वजह से नीट परिणाम में राजस्थानी टैलेंट लगातार चमक रहा है।