अच्छी बात है कि फसल बीमा योजना शुरू होने के बाद से पहली बार जिले में रबी सीजन का क्लेम महज तीन माह में किसानों के खातों में पहुंचा है। खरीफ 2024 में खराबा से प्रभावित जिले में किसानों को आठ करोड़ 92 लाख आठ हजार 874 रुपए व रबी 2024 में प्रभावित किसानों को नौ करोड़ 17 लाख 36 हजार 38 रुपए बतौर क्लेम का भुगतान किया गया। इस राशि के ट्रांसफर होने के साथ उन किसानों को राहत मिली है। जिन किसानों की फसल प्राकृतिक मार से तबाह हो चुकी थी।
प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार, जिला प्रशासन, कृषि विभाग, राजस्व विभाग सहित फसल बीमा कंपनी के संयुक्त प्रयासों के कारण योजना में डिजिटल प्रक्रियाओं और ऑनलाइन दावों को जल्दी निपटाने के कारण जल्दी भुगतान हो सका है। वर्ष 2016 में लागू प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में प्रत्येक जिले के लिए अलग-अलग फसल बीमा कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है। सीकर जिले में फिलहाल फसल बीमा का काम एग्रीकल्चर इंश्योरंस कंपनी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (एआईसी) को दिया हुआ है।
ऐसे होगा फायदा
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में रबी 2024 के दौरान गेहूं, चना, जौ, तारामीरा, मैथी, इसबगोल, सरसों व खरीफ 2024 के दौरान चंवळा, मूंग, बाजरा, मूंगफली और ग्वार फसल प्राकृतिक आपदा के कारण नष्ट हुई थी। इसके बाद फसल कटाई प्रयोग के आधार कम उत्पादन को आंकते हुए अंतर के रूप में मुआवजा राशि जारी की गई। मुआवजा मिलने से जिन किसानों की फसलें खराब हो गई थी वे अब मुआवजा राशि मिलने से आत्मनिर्भर होने के साथ ही बैंकों या अन्य कर्जदाताओं से लिए गए कर्ज को समय पर चुका पाएंगे।
किसानों को राहत
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर किए नवाचारों के बूते जिले के किसानों की राशि जल्दी जारी हो पाई है। क्लेम की राशि मिलने से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। इधर क्लेम की राशि समय पर जारी होने से किसानों में बीमा योजना के प्रति विश्वास भी पैदा होगा। प्रिया झाझडिया, संयुक्त निदेशक कृषि, सीकर