जानें पूरा मामला
किसान का नाम विनय है। वह पहले सोनीपत में काम करता था। वहीं अपना अकाउंट खुलवाया था। अब वह गांव में खेती करता है। खाते में पैसे 3 दिन पहले आए थे। विनय पांडेय मथुरानगर तेतरी गांव का है। उसके खाते में अभी भी 10 लाख करोड़ (10,01,35,60,00,00,00,00,00,01,00,23,56,00,00,09,82,024) से ज़्यादा बैलेंस दिख रहा था। विनय पांडेय ने यह खाता कोटक महिंद्रा बैंक में खुलवाया था। उसके खाते में यह रकम 3 अगस्त को आई थी, लेकिन उसे इसका पता 5 अगस्त को चला, जब वो किसी को पैसे ट्रांसफर करने की कोशिश कर रहा था।
3 दिन तक किसी ने नहीं लिया संज्ञान
विनय ने बताया कि सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इतने बड़े अमाउंट के बावजूद बैंक की ओर से कोई सुरक्षा अलर्ट, कॉल या नोटिस नहीं मिला। खास बात ये है कि न तो बैंक ने 3 दिन तक संपर्क किया और न ही किसी जांच एजेंसी ने संज्ञान लिया।
बैंक ने फ्रीज किया खाता
बैंक ने खाता फ्रीज कर दिया है। अब उस खाते से न पैसा निकलेगा और न ही जमा होगा। यह अभी भी रहस्य है कि यह रकम किसकी है। यह क्यों आई, यह गलती से आई या कुछ और मामला है। विनय पांडेय ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे खाते में इतनी बड़ी रकम आ सकती है।