दो दिन से लापता थे पिता-पुत्र
पिछोर के बाचरौन चौराहा निवासी हरगोविंद लोधी व उनका बेटा पुष्पेन्द्र लोधी शुक्रवार की शाम ग्राम कछौआ में अपने खेत पर गए थे। इसके बाद वह घर नहीं लौटे। दोनों के गायब होने व हत्या की आंशका की शिकायत परिजन ने पुलिस में की। पुलिस ने मामले की पड़ताल की तो खेत पर पिता-पुत्र की खून की सनी चप्पलें, तौलियां व टूटा हुआ मोबाइल शनिवार को मिल गया था, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल पा रहा था। रविवार सुबह टीआई पिछोर जितेन्द्र मावई ने दो संदेही ज्ञान सिंह व उसके भाई महेन्द्र को पकड़कऱ पूछताछ की तो उन्होंने पिता-पुत्र की हत्या करने की बात कबूल की। बहन की मौत का लिया बदला..
पूछताछ में आरोपी ज्ञान सिंह व उसके भाई महेन्द्र ने बताया कि उन्होंने 5 अन्य लोगों के साथ मिलकर हरगोविंद व उसके बेटे पुष्पेन्द्र की हत्या कर दोनों के शव पिछोर से 14 किमी दूर फील्ड फायरिंग एरिया में बने एक कुएं में फेंक दिए हैं। जिसके बाद पुलिस ने दोनों के शवों को कुएं से बरामद कर लिया है। आरोपियों के मुताबिक 5 साल पहले 2020 में हरगोविंवद ने उनकी बहन अभिलाषा की हत्या कर लाश को इसी जंगल में फेंक दिया था। तब हरगोविंद जेल भी गया था लेकिन बाद में कोर्ट से बरी हो गया। बहन की मौत का बदला लेने के लिए ही उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने दोहरे हत्याकांड में एक ही परिवार के 7 लोगों ज्ञान सिंह, महेन्द्र सिंह लोधी, दिनेश लोधी, अनिल लोधी, रूबी लोधी, पुष्पेन्द्र उर्फ पन्नू लोधी व ब्रखभान लोधी निवासी राजपुर के खिलाफ हत्या व अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। 5 आरोपी अभी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।