आंगनबाड़ी सहायिका बनाने मांगी रिश्वत
शिवपुरी जिले के नरवर में पदस्थ महिला बाल विकास विभाग की महिला सुपरवाइजर अनीता श्रीवास्तव ने वीरपुर गांव के रहने वाले शिशुपाल जाटव नाम के युवक से उसकी बहन को आंगबाड़ी सहायिका के पद पर नियुक्ति दिलाने के एवज में 1 लाख 80 हजार रूपये की रिश्वत की मांग की थी और एडवांस में 20 हजार रूपये की डिमांड की थी। इस बात की शिकायत आवेदक शिशुपाल ने 30 जुलाई 2025 को ग्वालियर लोकायुक्त कार्यालय में की थी।
20 हजार रूपये लेते ही सुपरवाइजर को पकड़ा
लोकायुक्त टीम ने शिकायत की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर 5 अगस्त को आवेदक शिशुपाल को कैमिकल लगे 20 हजार रूपये के नोट लेकर महिला सुपरवाइजर अनीता श्रीवास्तव के पास भेजा। रिश्वत देने के लिए रिश्वतखोर सुपरवाइजर ने उसे नरव कार्यालय में बुलाया और जैसे ही रिश्वत के रूपये लिए तो सादे कपड़ों में मौजूद लोकायुक्त की टीम ने रिश्वतखोर महिला सुपरवाइजर अनीता श्रीवास्तव को रंगेहाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त टीआई बलराम सिंह राजावत ने बताया कि मामले में अगर किसी और अधिकारी की भूमिका होगी तो उसकी भी हम जांच कर रहे हैं।