लोक शिक्षण संचालक द्वारा जारी आदेश
लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल मप्र से 21 मई 2025 को जारी किए गए एक पत्र में बताया गया है कि ‘स्थानांतरण नीति 2022 की कंडिका 3.3.6 के अनुक्रम में जिला अंतर्गत विभिन्न कार्यालयों में 3 वर्षों से अधिक समय से एक ही स्थान पर कार्यरत जिसमें क्रय/स्टोर/स्थापना शाखाओं में कार्यरत कर्मचारियों को प्रशासकीय स्थानांतरण कर अन्य कार्यालय में पदस्थ किए जाने हेतु प्रस्ताव मांगा गया था।’ इस पत्र के बाद शिक्षा विभाग में पिछले तीन वर्षों से अधिक समय से एक ही स्थान पर पदस्थ बाबू अपने-अपने स्तर से इस स्थानांतरण प्रक्रिया से बचने की जुगत में लग गए थे। लेकिन लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल द्वारा जारी पत्र का जवाब प्रस्तुत करने के चलते जिला शिक्षा विभाग ने जिलेभर में विभिन्न स्थानों पर पदस्थ बाबुओं में से छंटनी कर 10-11 बाबुओं के नाम का प्रस्ताव बनाकर ऊपर भेज दिया है।हालांकि, भेजी गई सूची में शिक्षा विभाग के चहेते बाबुओं के नाम इस सूची में शामिल नहीं किए जाने की बात भी सामने आ रही है, जो शासन स्तर से होने वाले स्थानांतरण प्रक्रिया के पश्चात सामने आ जाएगा।
10-11 कर्मचारियों के नाम भेजे भोपाल
हो इस तरह का पत्र आया है, जिसके आधार पर हमने तीन वर्षों से अधिक समय से एक ही स्थान पर कार्यरत 10-11 कर्मचारियों के नाम का प्रस्ताव बनाकर भोपाल भेजा है, आगे की कार्रवाई वहीं से होना है।
एमएल गर्ग, जिला शिक्षा अधिकारी, श्योपुर
लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी पत्र के तहत तीन साल से अधिक समय तक एक ही कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों के स्थानांतरण किए जाना है। लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सहायक ग्रेड-3 कर्मचारी शनि मंगल सालों से एक ही स्थान पर पदस्थ हैं। अनुकंपा नियुक्ति के मामले में बाबू शनि मंगल को जून 2021 को निलंबित कर दिया गया था, जो जुलाई 2021 में उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर से निलंबन के विरुद्ध स्थगन आदेश ले लिया। स्थगन आदेश के बाद से आज दिनांक तक उक्त बाबू जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय श्योपुर की स्थापना शाखा में बाबू के रूप में कार्यरत है।