ऐसे हुए लापरवाही का खुलासा
बाल विकास परियोजना अधिकारी सुदेश भारती ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को पत्र लिखकर बताया कि बाल विकास परियोजना के तहत कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों में से 42 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां ऐसी हैं जिन्होंने पोषण ट्रैकर में ई-केवाईसी और फैस कैप्चर नहीं किया। इतना ही नहीं ये भी बताया कि इंटरनेट के माध्यम से इन्हे तीन बार नोटिस भी भेजा गया लेकिन इन्होंने उनका भी कई जवाब नहीं दिया।
बिना बताए आंगनवाड़ी केंद्रों से लापता होने का भी आरोप
इसी पत्र में भी ये भी बताया गया कि कार्यकत्रियां लगतार बहाना बना रही हैं और आंगनबाड़ी केंद्रों से गैर हाजिर मिलती हैं। इससे सरकार की महत्वकांक्षी योजना को पलीता लग रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की इस गैर जिम्मेदारान प्रणाली से परियोजना की ई-केवाईसी और फेस कैप्चर प्रगति शून्य रह गई है। इसके साथ ही बाल विकास परियोजना अधिकारी ने जून का मानदेय रोकने की मांग की है।