पानी के गड्ढे में मिली थी लाश
पुलिस ने वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि डूंडा सिवनी थाना क्षेत्र में 11 जुलाई की दोपहर को पवन पराशर निवासी शास्त्री वार्ड की लाश एक पानी के गड्ढे में मिली थी। पवन पूर्व पार्षद व भाजपा नेता थे। वो 9 जुलाई की रात घर से निकले थे, लेकिन वापस नहीं आए तो परिजन ने गुमशुदगी थाने में दर्ज कराई थी। दूसरे दिन 10 जुलाई को मृतक की स्कूटी घर से कुछ दूर पर झाड़ी में मिली थी। वहीं 11 जुलाई की दोपहर मानेगांव में एक घर के पीछे पानी भरे गड्ढ़े में पवन पारासर का बोरी में भरा शव पाया गया था। बोरी को तार से बांधकर दो पत्थर के सहायता से छुपाया गया था।
अश्लील फोटो व पैसा बना हत्या की वजह
पुलिस ने मामले की बारीकी से जांच की और पवन पराशर के साथ उठने बैठने वालों व अन्य साथियों से कड़ाई से पूछताछ की तो मानेगांव के तीन लोगों पर संदेह हुआ। पुलिस ने संदेह के आधार पर इन तीनों से पूछताछ की तो उन्होंने वारदात को अंजाम देना कबूल किया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी घनश्याम उर्फ नवीन प्रजापत ने बताया कि सोनू पराशर उसके नाबालिग साथी के घर आता-जाता रहता था। नाबालिग के कुछ अश्लील फोटो पवन के मोबाइल में थे जिसे लेकर वो उसे परेशान करता था। इसके साथ ही पवन के पास हर वक्त पैसे रहने की भी आरोपियों की जानकारी थी। जिसके बाद दोनों ने प्लानिंग की और एक और नाबालिग को शामिल कर 9 जुलाई की रात पवन को मिलने बुलाया और फिर उसकी हत्या कर दी थी।