किसान से मांग रहा था रिश्वत
दुर्गा प्रसाद सहारनपुर की रामपुर मनिहारान तहसील के संग्रह अनुभाग में बाबू हैं। इनकी नौकरी का अंतिम पड़ाव चल रहा है। अब अंतिम पड़ाव पर एंटी करप्शन टीम ने इन्हे पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। दुर्गा प्रसाद पर आरोप है कि नो ड्यूज ऑर्डर होने के बावजूद इन्होंने खतौनी से लोन हटाने के एवज में किसान से रिश्वत मांगी। किसान परेशान था पहले ही अपनी संपत्ति बेचकर किसान ने बैंक का लोन चुकाया था अब बाबू भी रिश्वत मांग रहा था। परेशान किसान ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की तो टीम ने जाल बिछा दिया। लालची बाबू टीम के जाल में फंस गया और इसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।
2016 में लिया लोन नहीं चुका पाया था किसान
पीड़ित किसान ने पंजाब नेशनल बैंक से लोन लिया था। 2016 में लिए गए 18.50 लाख रुपये के लोन के किसान नहीं चुका पाया तो उसके रिकवरी के आदेश जारी हो गए। अब किसान ने अपनी संपत्ति बेचकर लोन चुका दिया तो बैंक ने भी किसान को नो ड्यूज जारी कर दिया। नो-ड्यूज की कॉपी लेकर किसान तहसील में पहुंचा तो बाबू ने दस्तावेजों से लोन रिकवरी के आदेश हटाने के एवज में रुपयों की मांग की। बाबू ने बड़ी रकम मांगी लेकिन बाद में पांच हजार रुपये देने के लिए कहा। अब पांच हजार रुपये लेते हुए इसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।