MP BJP: भारतीय जनता पार्टी में अनुशासन बेहद जरूरी है और जब कभी भी पार्टी में अनुशानसहीनता का मामला सामने आता है तो उस पर सख्त कार्यवाही होती है। ऐसा ही एक मामला अब मध्यप्रदेश के सागर से सामने आया है। यहां महापौर की मनमानी पर संगठन नाराज हो गया है। बीजेपी संगठन ने महापौर को भोपाल बुलाया था लेकिन वो नहीं आईं जिसके कारण अब महापौर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और तीन दिन का वक्त दिया गया है।
सागर महापौर संगीता तिवारी ने एमआईसी (मेंबर इन काउंसलिंग) के दो सदस्यों को हटाकर बीते दिनों मनपसंद टीम बना ली थी। जिन दो मेंबरों को हटाया गया था वो पूर्व मंत्री शरद जैन और लता वानखेड़े के समर्थक थे लिहाजा उन्होंने समर्थकों को हटाने का विरोध किया और संगठन से इसकी शिकायत कर दी। जिसके बाद संगठन ने महापौर संगीता तिवारी को 26 अप्रैल 2025 को प्रदेश भाजपा कार्यालय भोपाल बुलाया था लेकिन महापौर पार्टी संगठन के बुलाने पर भी प्रदेश कार्यालय नहीं पहुंची।
संगठन के बुलाने पर भी महापौर संगीता तिवारी के प्रदेश कार्यालय न आने को संगठन ने अनुशासनहीनता माना है और महापौर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। प्रदेश महामंत्री व कार्याल प्रभारी भगवान दास सबनानी ने अब बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के निर्देश पर सागर महापौर संगीता तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है जिसमें तीन दिन के अंदर प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष उपस्थित होकर स्पष्टीकर देने की बात लिखी है। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्यवाही की जाएगी।