श्रीनिवास तिवारी पर गरजे रीवा सांसद
रविवार को आयोजित एक सभा में रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा ने कहा कि श्रीनिवास तिवारी के जमाने में एक कमरे में 1000 वोट होते थे। इस वाक्य को उन्होंने दो बार दोहराया। उन्होंने वीडियो के जरिए दावा किया है कि दिवंगत पूर्व मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी ने फर्जी वोटिंग के जरिए चुनाव जीता करते थे।
विंध्य की सियासत में मची हलचल
वीडियो के सामने आते ही विंध्य की सियासत में हलचल मच गई। कई महीने पहले भी सांसद जनार्दन मिश्रा ने स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी को लेकर बयान दे चुके हैं। जिस पर उनके पोते और भाजपा विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने नाराजगी जताते और पार्टी आलाकमान को शिकायत की थी।
पहले क्या बोले थे जनार्दन मिश्रा
इससे पहले भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा ने स्व. श्रीनिवास तिवारी पर निशाना साधते हुए कहा था कि एक जमाना था जब रीवा शहर की सड़कें गड्ढों में तब्दील हुआ करती थी। उस समय श्रीनिवास तिवारी इस क्षेत्र के लिए सर्वेसर्वा थे। उनके प्रशंसक कहा करते थे कि दादा न आहीं दऊ आए। वोट न देहा तऊ आए। ये कैसे दऊ थे जो अपने कार्यकाल में शहर की सड़कों के गड्ढे तक नहीं भरवा पाए, लेकिन अगर आज सड़कों में एक गड्ढा हो जाए तो अखबारों में शिकायतें आने लगती हैं। कितना अंतर है बीजेपी व कांग्रेस के शासन में। इस अंतर को पाटने के लिए डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल का पूरा योगदान रहा है।
सिद्धार्थ तिवारी ने बयान को बताया था दुर्भाग्यपूर्ण
बीजेपी विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने स्व. श्रीनिवास तिवारी दिए गए विवादित बयान पर कहा था कि किसी दिवंगत नेता पर टिप्पणी करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस नेता ने अपना सारा जीवन जनता की सेवा न्योछावर किया हो। वह किसी के सर्टिफिकेट के मोहताज नहीं है। इस तरह की भाषा का प्रयोग दुर्भाग्यपूर्ण है।
जीतू पटवारी ने भाजपा को घेरा
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो साझा करते हुए लिखा कि ये रीवा से भाजपा सांसद हैं, जनार्दन मिश्रा। कह रहे हैं, “वोटर लिस्ट धांधली में #रीवा सबसे बड़ा उदाहरण है। एक कमरे में 1000 वोट थे, 1100 वोट निकले थे! इसकी जांच उन्होंने खुद की थी।