इस दौरान चार जेसीबी मशीनों का उपयोग कर इन कॉलोनियों में बनाई गई सड़कों को पूरी तरह से उखाड़ दिया गया और प्रीकास्ट से बनी बाउंड्री को भी ध्वस्त कर दिया गया। इन अवैध कॉलोनियों के बिजली कनेक्शन भी काट दिए गए हैं।
कार्यपालन यंत्री ने बताई बुलडोजर एक्शन की वजह
कार्यपालन यंत्री राजेश सिंह ने बताया कि यह कार्रवाई कई भूस्वामियों द्वारा की जा रही अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ की गई है। जिन पर कार्रवाई हुई है उनमें विंड ग्रुप के तौसीफ अहमद (पिता मो. हनीफ) द्वारा वार्ड ग्राम चोरहटा के खसरा नंबर 765/2/1 (रकबा 2.6752 हेक्टेयर) पर विकसित अवैध कॉलोनी शामिल है। रामनिवास सिंह और बसंत सिंह (पिता रामनाथ सिंह) की वार्ड चोरहटा के खसरा क्रमांक 700/1/1 (रकबा 0.5606 हेक्टेयर) पर बनी अवैध कॉलोनी पर भी एक्शन लिया गया। एक अन्य कार्रवाई रामपाल तिवारी (पिता रामलाल तिवारी) द्वारा वार्ड 45 ग्राम कुठुलिया के खसरा नंबर 527/1/421 (रकबा 1.327 हेक्टेयर) और खसरा नंबर 421 (रकबा 0.03 हेक्टेयर) पर कुल 2.257 हेक्टेयर में विकसित अवैध कॉलोनी पर की गई।
कार्रवाई के वक्त ये अधिकारी थे मौजूद
इन सभी ने भूमि को छोटे-छोटे भूखंडों में बांटकर अवैध कॉलोनियां बनाई थी। अधिकारियों ने बताया कि पहले भी नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन मनमानी जारी रहने के कारण यह सख्त कार्रवाई करनी पड़ी है। कार्रवाई के दौरान कार्यपालन यंत्री राजेश सिंह, एचके त्रिपाठी, सहायक यंत्री राजेश मिश्रा, पीएन शुक्ला, उपयंत्री श्याम सुंदर मिश्रा, हरेराम मिश्रा, सुनील मिश्रा, अतिक्रमण प्रभारी रावेंद्र शुक्ला तथा नगर निगम के अन्य कर्मचारी व पुलिस मौजूद रही।
भविष्य में भी इसी प्रकार अवैध कॉलोनियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। इसलिए लोग किसी भी प्लॉट या भूमि की खरीदी से पहले उसकी वैधता की जांच अवश्य कर लें, जिससे परेशानी से बच सकें।- डॉ. सौरभ सोनवड़े, निगम आयुक्त