जावरा शहर पुलिस थाने से मिली जानकारी के अनुसार राजेश पिता मूलचंद्र मनसुखानी के यहां काम करने वाले तीन नौकरों आरिफ पिता आलम खान मेवाती (32) निवासी ताल नाका, नवीन पिता संतराम सिंधी (25) निवासी रतलाम गेट और अली हुसैन पिता मेहमूद खां मेवाती (28) निवासी मेवातीपुरा ने मनसुखानी के गुलशन टाकिज के पास के गोदाम में रखे तीन कंपनियों के पान मसाला के 70 से ज्यादा कट्टे बेच दिए। ये किन्हें बेचे यह पता नहीं चल पाया है। कट्टे गायब करके ये बेचते रहे। अब जाकर राजेश मनसुखानी को पता चला तो उन्होंने इन तीनों के खिलाफ अमानत में खयानत का केस दर्ज कराया है।
चार से पांच लाख कीमत गोदाम से धीरे-धीरे गायब 70 से ज्यादा कट्टों में भरे माल की कीमत करीब चार से पांच लाख रुपए हैं। गोदाम से कट्टे गायब करके बेचने वाले ये तीनों ही साजिश का हिस्सा रहे हैं। मालिक को पता नहीं चले इसलिए हर माह कुछ कट्टे गायब कर बेच देते थे। हिसाब मिलाने पर राजेश मनसुखानी को पता चला कि गोदाम में रखे माल से इतनी संख्या में कट्टे गायब हो चुके थे। ये तीनों ही आरोपी गोदाम के साथ दुकान पर भी काम करते थे।