बिन्दोली को रोका, आधा दर्जन को आई मामूली चोटें
दिवेर थानाधिकारी भवानी शंकर ने बताया कि झुठिया गांव में रताराम मेघवाल की दो पुत्रियों कमला तथा पूजा की शुक्रवार रात्रि में बिन्दोली निकाली जा रही थी। इसी दौरान गांव के एक समाज के कुछ व्यक्तियों ने बिंदोली को आशापुरा माता के मंदिर के पास से आगे नहीं ले जाने की बात को लेकर विवाद किया और लड़ाई-झगड़ा करने लगे। साथ ही बिन्दोली में शामिल लोगों के साथ मारपीट शुरू कर दी। सूचना मिलते ही दिवेर थानाधिकारी मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को तीतर-बितर किया। मारपीट में मेघवाल समाज के आधा दर्जन लोगों को मामूली चोटें आई, जिनका अस्पताल पहुंचाकर इलाज करवाया गया।आरोपियों ने जातिगत गालियां देते हुए की मारपीट
इधर, दिवेर पुलिस ने बताया कि प्रार्थी हंसराज पुत्र रताराम मेघवाल निवासी झुठिया थाना दिवेर ने रात्रि को हुई घटना के सबंध में रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि शुक्रवार रात को प्रार्थी व उसके परिवार व समाजजन उसकी दोनों बहनों की शादी को लेकर बिन्दोली निकाल रहे थे। इस दौरान पिपलाज माता जी के मन्दिर के पास नारायण सिंह, गोपालसिंह, नेनसिंह, किशनसिंह, हरिसिंह, महेन्द्रसिंह पुत्र सोहनसिंह, महेन्द्रसिंह पुत्र मालसिंह, फतेहसिंह सहित अन्य लोगों ने पहुंचकर जातिगत गालियां देते हुए मारपीट की और बिन्दोली नहीं निकालने दी।प्रकरण में दर्ज कर जांच भीम डीएसपी को सौंपी
बताया कि इस दौरान मेहमान छगनलाल पुत्र कालूराम के साथ इन लोगों ने मारपीट की। उसका अपहरण कर नारायण सिंह के घर ले जाकर पीटा। सुरेश पुत्र प्रतापराम को गोपालसिंह ने फोन कर हंसराज को लाने के लिए कहा व ऐसा नहीं करने पर छगनलाल को जान से मारने की धमकी दी। दिवेर पुलिस ने प्रार्थी की रिपोर्ट के आधार पर मारपीट सहित एससी-एसटी एक्ट एवं अन्य धाराओं में प्रकरण में दर्ज कर जांच भीम डीएसपी पारस चौधरी को सौंपी।पुलिस पहरे में शांति से निकाली बिन्दोली
झूठिया गांव में बिन्दोली शांतिपूर्ण तरीके से निकलवा दी गई, फिलहाल गांव में शांति बनी हुई है। प्रार्थी की रिपोर्ट के आधार पर उक्त लोगों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज कर लिया है। जांच शुरू कर दी गई है।पारस चौधरी, डीएसपी भीम