पूरे शहर में बिछ रही 145 किमी लंबी पाइपलाइन
परियोजना के तहत नाथद्वारा की गलियों से लेकर मुख्य मार्गों तक करीब 145 किलोमीटर लंबी डक्टाइल आयरन पाइपलाइन बिछाई जा रही है। साथ ही हर घर में नया नल कनेक्शन दिया जा रहा है ताकि एक भी परिवार प्यासा न रहे। निर्माण: शुद्ध जलाशय से ओवरहेड टैंक तक
परियोजना में कई बड़े-बड़े जल संरचनाओं का निर्माण भी शामिल है, जैसे:-
- नंदसमंद (टांटोल) बांध पर 11 एमएलडी क्षमता का जल शोधन संयंत्र, जिससे लाखों लीटर पानी रोजाना साफ होगा।
- 1500 केएल क्षमता का स्वच्छ जलाशय, जो बड़ी मात्रा में साफ पानी संग्रहित करेगा।
- भंडारी बावड़ी क्षेत्र में 300 केएल क्षमता का ओवरहेड टैंक, ऊँचाई से पानी सप्लाई करेगा।
- नाथुवास में 1500 केएल का ओवरहेड टैंक और गणेश टेकरी क्षेत्र में 900 केएल का भूमिगत जलाशय, ताकि पूरे शहर में निर्बाध आपूर्ति बनी रहे।
तीन चौथाई काम पूरा, रफ्तार में बचा हुआ निर्माण
रूडीप अधिकारियों के अनुसार 75 प्रतिशत भौतिक काम पूरा हो चुका है और 52 प्रतिशत राशि का भुगतान भी कर दिया गया है। पाइपलाइन बिछाने से लेकर जल संरचनाओं के निर्माण तक अधिकतर काम अंतिम दौर में हैं। कोशिश की जा रही है कि तय समय से पहले ही सब कुछ पूरा कर दिया जाए ताकि नगरवासियों को जल्द राहत मिले।
मुंबई की कंपनी को सौंपा गया जिम्मा
परियोजना के निर्माण की जिम्मेदारी नवी मुंबई की मेसर्स खिलारी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. को दी गई है। खास बात यह है कि कंपनी सिर्फ निर्माण ही नहीं करेगी, बल्कि अगले 10 वर्षों तक संचालन और रखरखाव भी उसी के जिम्मे रहेगा, ताकि पानी आपूर्ति सुचारु बनी रहे और लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो।
अनापत्ति में हुई देरी, फिर भी तय वक्त पर पूरा होगा काम
रूडीप कार्यालय के एक्सईएन महेंद्र समदानी ने बताया कि परियोजना को राजमार्ग प्राधिकरण और वन विभाग से मंजूरी लेने में थोड़ा समय जरूर लगा, मगर अब कोई रुकावट नहीं है। तेजी से काम जारी है और तय समयसीमा से पहले काम निपटाने की पूरी कोशिश की जा रही है।
जल संकट बनेगा इतिहास, हर घर में बहता रहेगा स्वच्छ पानी
इस योजना के पूरा होते ही नाथद्वारा के लोग हर मौसम में 24 घंटे साफ और सुरक्षित पानी का इस्तेमाल कर सकेंगे। पीने के पानी के लिए भटकना और टैंकरों पर निर्भर रहना अतीत की बात होगी। यह योजना नाथद्वारा जैसे तीर्थनगर के लिए न सिर्फ बड़ी उपलब्धि होगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी राहत साबित होगी। नगरवासी अब बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं उस दिन का जब हर नल से निर्बाध स्वच्छ पानी बहता रहेगा।