जेल में यह मिलेगी सुविधाएं
जेल में बंदियों के लिए पुरस्कालय, योगाभ्यास के लिए हॉल, गार्डन और ओपन जेल आदि सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं स्टॉफ के लिए अत्याधुनिक क्वार्टर, पार्क सहित कई सुविधाओं का निर्माण प्रस्तावित है। इससे बंदियों एवं स्टॉफ में भी सकारात्मक विचारों के विकास के साथ मानिसक तनाव भी कम होगा।
वर्तमान में 119 विचाराधीन बंदी बंद
राजसमंद जिला कारागृह की क्षमता 55 बंदियों की है, लेकिन यहां पर क्षमता से दो से तीन गुना बंदी बंद रहते हैं। इसके कारण उन्हें पर्याप्त जगह और अन्य सुविधाएं भी नहीें मिल पाती है। वर्तमान में 119 विचाराधीन बंदी जेल में बंद है। क्षमता के अनुसार स्टाफ भी कम मिलता है। ऐसे में अब 750 बंदियों की क्षमता की जेल बनाए जाने का प्रस्ताव बनाकर पहले ही मुख्यालय भेजा जा चुका है।
जमीन आवंटित वहां भी बसने लगी आबादी
जिला कारागृह के लिए कई वर्षो पहले जमीन आवंटित की गई, अब वहां पर भी आबादी बसने लग गई है। एसआरके कॉलेज के पीछे जमीन आवंटित की गई है। इसके सामने ही पुलिस लाइन बनी हुई है। वहीं आवंटित जमीन के कुछ कदमों की दूरी पर मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत एक हजार से अधिक फ्लेट बनाए जा रहे हैं। वर्तमान में 150 से अधिक परिवार वहां पर रहने लगे हैं। उक्त योजना के पास ही जमीन पर प्लॉटिंग की गई है। ऐसे में आगामी कुछ वर्षो में वहां पर भी आबादी बसने की उम्मीद है।
750 बंदियों की क्षमता की बननी है जेल
जिला कारागृह को पुलिस लाइन के पीछे आवंटित जमीन में शिफ्ट किया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए 30 बीघा जमीन आवंटित पहले हो चुकी है, 13 बीघा आवंटन की प्रक्रिया जारी है। जेल का 50 वर्षो के मद्देनजर 750 बंदियों की क्षमता के अनुसार निर्माण करवाया जाएगा। इसके लिए बजट आदि मिलने पर ही काम शुरू होगा।