CG News: कॉमर्स में कल तक बची थी 38 सीटें, 29 सीटों के लिए निकाली सूची
दरअसल दिग्विजय
कॉलेज में आरक्षण के आधार पर चार बार मेरिट सूची निकाली गई। इसके बाद भी बीए, बीएससी और बीकॉम की निर्धारित सीटें नहीं भर पाईं। इसके बाद 29 जुलाई से काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू की गई। पहले दिन से ही काउंसलिंग के पहले सीटों की जानकारी नहीं दिए जाने को लेकर विरोध किया जा रहा था।
संबंधित संकायों पर सीटें छिपाने का आरोप एनएसयूआई द्वारा लगाया गया। इसके अलावा काउंसलिंग में सीधे मेरिट आधार पर प्रवेश देने को लेकर भी आनाकानी करने की जानकारी आई। 31 जुलाई को बी-कॉम प्रथम सेमेस्टर के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया की गई।
इस वजह से आपत्ति की गई
एक दिन पहले तक 38 सीटें रिक्त होने की जानकारी
एनएसयूआई ने पहले ही लगा रखी थी, लेकिन विभाग के प्रोफेसरों ने सिर्फ 29 सीट के लिए सूची निकाली और सीट फुल होने की जानकारी दे दी, इसके बाद एनएयूआई के पूर्व छात्र नेता ऋषि शास्त्री और संगठन के प्रदेश महासचिव राजा यादव ने जमकर विरोध किया। हंगामा होने लगा। बताया गया कि अभाविप के पदाधिकारी भी विरोध करने लगे। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने गलती स्वीकारते हुए पूरी 29 सीटों के लिए सूची निकाली है।
प्राचार्य दिग्विजय डॉ. सुचित्रा गुप्ता ने कहा की
महाविद्यालय छात्र नेताओं के आरोप निराधार हैं। एडमिशन की पूरी प्रक्रिया नियमानुसार ही किया जा रहा है। रिक्त सभी सीटों के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया करते हुए सूची जारी की गई है। अब उसमें विद्यार्थी प्रवेश नहीं लेते हैं, तो वेटिंग वालों को एडमिशन दिया जाएगा।