आरपीएफ प्रभारी तरुणा साहू ने बताया कि महिला आनंदिता बेरा निवासी कोसापुलिया पूर्वी मिदनापुर (पश्चिम बंगाल) अपने 4 वर्षीय पुत्र सागनिक बेरा के साथ गाड़ी संया 18029 कुर्ला-शालीमार एक्सप्रेस के कोच एस-3 में एलटीटी से खड़गपुर की यात्रा कर रही थीं। मंगलवार शाम को डोंगरगढ़ से जटकन्हार के बीच जैसे ही महिला आनंदिता ऊपर की सीट पर चढ़ने लगीं, बालक सागनिक बेरा अचानक खिड़की से नीचे गिर गया। बच्चे के नीचे गिरने से मां की चीखें सुन ट्रेन में सवार यात्रियों ने तत्काल एसीपी खींच कर ट्रेन को रोक कर बच्चे की जान बचाने में भूमिका निभाई।
जानकारी मिलते ही रेल सुरक्षा बल के सहायक उपनिरीक्षक अर्जुन सिंह घटनास्थल की ओर रवाना हुए। वहीं गाड़ी के अनुरक्षण दल के प्रधान आरक्षक टीएनएस. चौहान एवं महिला आरक्षी ज्योति वाला घायल बच्चे को मां के साथ डोंगरगढ़ के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार के लिए भर्ती कराया। बच्चे की स्थिति को गंभीर देखते हुए उसे पेंड्री मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव रेफर किया गया।
एमसीएच में प्राथमिक उपचार
सूचना प्राप्त होते ही मंडल सुरक्षा आयुक्त दीपचंद आर्य के मार्गदर्शन में रेल सुरक्षा बल पोस्ट
राजनांदगांव की प्रभारी तरुणा साहू ने तुरंत सहायक उप निरीक्षक डीबी मेश्राम एवं प्रधान आरक्षक एस के मिश्रा को पेंड्री अस्पताल भेजा और जब उन्होंने घायल बालक की गंभीर स्थिति को देखते हुए बिना विलंब किए सभी संबंधित अधिकारियों, अस्पताल प्रबंधन और परिवहन विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए बच्चे को रायपुर स्थित डीकेएस अस्पताल रेफर करवाया।
इस दौरान ट्रेन में छूटे बच्चे व उसकी मां के सामान आरपीएफ राजनांदगांव द्वारा सुरक्षित रूप से एकत्र कर अस्पताल लाया गया। मां को हर संभव सहायता, जैसे आवश्यक सामग्री, दवाइयां, पानी, बच्चों के जरूरत का सामान भी मुहैया कराए गए।