ऐसे मामले आ रहे सामने
हाल ही में पचोर क्षेत्र के एक किसान को भेजे गए पत्र में दावा किया गया कि उनकी फाइल पॉजिटिव प्रोसेस हो गई है और पंप लगाने के लिए केवल 2650 रुपए की सिक्योरिटी डिपॉजिट जमा करना होगा। जिसे बाद में वापस करने का वादा किया गया। पत्र में 90 प्रतिशत सरकारी सब्सिडी और 10 प्रतिशत किसान अंशदान का झांसा दिया गया। ठगों ने राशि ऑनलाइन एक निजी बैंक खाते में जमा कराने को कहा। ऐसे में मामले की जानकारी संबंधित अधिकारियों को दी गई।
अधिकारियों ने दी जानकारी
मामले की जानकारी लगते ही संबंधित अधिकारियों ने किसानों को समझाइश दी। उन्होंने बताया कि, सरकारी योजना के लिए कोई राशि जमा नहीं कराई जाती है। ऐसे ही और भी मामले सामने आए है, जिनकी शिकायत किसानों ने की है। ऐसे में अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि सरकारी योजनाओं के तहत किसी भी प्रकार की राशि व्यक्तिगत खाते में जमा नहीं कराई जाती। कृषि पंप योजना में रजिस्ट्रेशन और भुगतान केवल आधिकारिक पोर्टल या निर्धारित सरकारी चैनलों के माध्यम से ही किया जाता है।
संदिग्ध कॉल, मैसेज या पत्र पर भरोसा न करें
किसान किसी भी संदिग्ध कॉल, मैसेज या पत्र पर भरोसा न करें और योजना संबंधी जानकारी केवल अधिकृत पोर्टल या स्थानीय कृषि और ऊर्जा विभाग से ही सत्यापित करें। फर्जी कॉल करने वाले ओटीपी, बैंक विवरण और सिक्योरिटी डिपॉजिट के नाम पर पैसे ऐंठने की कोशिश करते हैं। ऐसे में इनसे सतर्क रहे।– संजय थोराट, ईई, ऊर्जा विभाग