जानकारी के लिए बता दें कि ई-केवाईसी के शत-प्रतिशत लक्ष्य को 30 अप्रेल तक पूरा करने के लिए शासन-प्रशासन की टीमें संयुक्त रूप से काम कर रही है। इसके लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। सेल्समैन गांवों में पहुंचकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
दूल्हे की बारात रुकवाकर केवाईसी की
यहां पहुंचे सेल्समैन विजेंद्र (टिंकु) यादव बताते हैं कि सोसायटी क्षेत्र में आने वाले उपभोक्ताओं में 80 प्रतिशत की केवाईसी की जा चुकी है। पीपल्याखेड़ी राशन दुकान से यह केवाईसी की जाना थी लेकिन सेल्समैन गांव-गांव पहुंचकर केवाईसी कर रहे हैं। इसी कड़ी में वे शादी के दौरान ही पहुंच गए और दूल्हे की बारात रुकवाकर केवाईसी की। ये भी पढ़ें: ‘कश्मीर घाटी’ से मोह भंग, 40% तक बढ़ी इन 2 जगहों की बुकिंग
जिले में 82% केवाईसी
जिले में लगातार जारी समीक्षा के बीच ई-केवाईसी की प्रक्रिया भी जारी है। इसके तहत तमाम जनपदों के साथ ही नगरीय निकायों में ई-केवाईसी के काम की रफ्तार बढ़ाई गई है। इसके चलते अभी तक जिले में 82 प्रतिशत ई-केवाईसी हितग्राहियों की हो चुकी है। दो लाख से अधिक हितग्राही अभी भी शेष हैं। तमाम सेल्समैन के साथ ही सभी नगरीय निकायों और ग्राम पंचायतों के जिम्मेदार सीएमएओ, सचिव, जीआरएस को निर्देशित किया गया है कि तय समय सीमा में केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करे। उल्लेखनीय है कि पीडीएस खाद्यान्न की ई-केवाईसी इन दिनों की जा रही है। बिना केवाईसी के अब पात्र हितग्राहियों को भी राशन नहीं मिल पाएगा, इसीलिए कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने बीते दिनों ही निर्देश दिए हैं कि हर हाल में केवाईसी का प्रतिशत बढ़ाएं।
ये भी जानिए
-82.22 प्रतिशत ई-केवाईसी हो गई-12,77, 397 है कुल हितग्राही
-10,50,291 हितग्राहियों का हो चुका है ई-केवाईसी
-2,27,106 हितग्राही अभी भी शेष
(नोट : जानकारी जिला प्रशासन के अनुसार)