Tomar Brothers Case: दोनों के खिलाफ वसूली, गुंडागर्दी के कई मामले दर्ज
उल्लेखनीय है कि करीब एक माह से राष्ट्रीय करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह
तोमर और उसका भाई रोहित फरार है। दोनों के खिलाफ वसूली, गुंडागर्दी के कई मामले दर्ज हैं। पुरानीबस्ती इलाके में रहने वाले गजानंद ने जून और जुलाई 2022 में हिस्ट्रीशीटर रोहित तोमर से 15 लाख कर्ज लिया था।
शुरुआत में कर्ज का करीब 10 फीसदी ब्याज लेने लगे। इसके बाद ब्याज बढ़ा दिया। इसका विरोध करने पर रोहित, उसका भतीजा दिव्यांश, आकाश मिश्रा और योगेश सिन्हा डराते-धमकाते थे। घर पहुंचकर धमकी दिया करते थे। दबाव बनाकर आरोपियों ने पीड़ित से फरवरी 2024 तक 50 लाख 91 हजार रुपए वसूल लिए।
आरोपियों ने पीड़ित की 10 हजार वर्गफीट जमीन भी हथिया ली। जमीन के दस्तावेज अपने पास रख लिया। इसे आज तक वापस नहीं किया गया। इसके अलावा आरोपियों ने कोरा स्टाम्प पेपर व अन्य दस्तावेज भी अपने पास रख लिया है। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुरानीबस्ती पुलिस में की। पुलिस ने रोहित, दिव्यांश, आकाश और योगेश के खिलाफ ब्लैकमेलिंग, वसूली, धमकी आदि के तहत अपराध दर्ज किया है। दिव्यांश वर्तमान में जेल है।
प्रॉपर्टी डीलर की हत्या का किया प्रयास!
तेलीबांधा इलाके के एक होटल में 2 जून को रोहित और उसके साथियों ने एक प्रॉपर्टी डीलर की पीट-पीटकर हत्या की कोशिश की थी। इसकी शिकायत पर तेलीबांधा पुलिस ने रोहित और उसके साथियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया था। इसी मामले की जांच के लिए पुलिस उसके भाठागांव के घर पहुंची तो दोनों भाई फरार हो गए। उनके घर से बड़ी मात्रा में सोने के जेवर, कोरे स्टॉम्प पेपर, अवैध हथियार व अन्य चीजें मिली थी। इस पर पुलिस ने एक और अपराध दर्ज किया। इसके बाद से दोनों भाई फरार चल रहे हैं।
आरोपियों पर दर्जनभर से अधिक अपराध
Tomar Brothers Case: वीरेंद्र और रोहित व उसके सहयोगियों के खिलाफ अलग-अलग थानों में वर्ष 2017 से लेकर जून 2025 तक 12 से अधिक अपराध दर्ज हुए हैं। इनमें हत्या,
धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग, गुंडागर्दी, आर्म्स एक्ट, कर्जा एक्ट आदि अपराध शामिल हैं। एक समय वीरेंद्र सिंह अंडे का ठेला लगाया करता था। इसके बाद सूदखोरी और गुंडागर्दी के दम पर करोड़ों रुपए की अवैध कमाई की। महंगी कारें भी खरीदी।