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रायपुर

मौसम को लेकर चौंकाने वाला खुलासा! छत्तीसगढ़ में अंधड़ से हर साल करोड़ों की संपत्ति का होता है नुकसान..

CG Heavy Storm: रायपुर प्रदेश में अंधड़ चलने की शुरुआत हो चुकी है। अप्रैल व मई में अब तक प्रदेश में 15 से ज्यादा अंधड़ चल चुकी है।

रायपुरMay 03, 2025 / 08:50 am

Shradha Jaiswal

CG Heavy Storm: पीलूराम साहू। छत्तीसगढ़ के रायपुर प्रदेश में अंधड़ चलने की शुरुआत हो चुकी है। अप्रैल व मई में अब तक प्रदेश में 15 से ज्यादा अंधड़ चल चुकी है। मई में प्री मानसून बारिश होती है। इसमें सबसे ज्यादा अंधड़ चलने का ट्रेंड रहा है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मई में औसतन 155 व जून में सबसे ज्यादा 310 अंधड़ चलती है। एक अनुमान के अनुसार इससे हर साल 12 से 14 करोड़ रुपए की संपत्ति का नुकसान होता है।

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CG Heavy Storm: मई में औसतन 155, जून में 310 अंधड़

मौसम विभाग अंधड़ का पूर्वानुमान जरूर जारी करता है, लेकिन संपत्तियों को बचाने का कोई उपाय नहीं किया जा सकता। प्रदेश में अप्रैल से तापमान बढ़ने के साथ अंधड़ यानी तेज हवा चलने की शुरुआत हो जाती है। जब गर्मी ज्यादा हो, तब अंधड़ चलती है। इसकी गति अचानक बढ़ती है।
यह 30 किमी से लेकर 70 किमी प्रति घंटे या इससे ज्यादा की रफ्तार से चल सकती है। मानसूनी बारिश या प्री मानसून में बिजली कड़कने के साथ बादलों की जोरदार गर्जना होती है। इस दौरान तेज हवा चलती है। तेज हवा लगातार चलती रहे तो इसे आंधी कहा जाता है। इसकी रफ्तार 75 किमी प्रति घंटे या इससे ज्यादा हो सकती है। 30 साल की स्टडी में मई व जून में आंधी चलने का औसत एक से दो दिन है।

1 मई को चली अंधड़, बिजली के पोल उखड़े, तार टूटे, ट्रांसफार्मर भी खराब

1 मई को राजधानी समेत प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में अंधड़ ने सरकारी व निजी संपत्ति को उजाड़ कर दिया। अंधड़ से न केवल बिजली के पोल उखड़े, तार टूटे, बल्कि के कुछ स्थानों पर ट्रांसफार्मर भी खराब हुए हैं। राजधानी में ही आंधी आबादी 10 घंटे से ज्यादा तक अंधेरे में डूबी रही। सैकड़ों पेड़ गिरे। होर्डिंग से लेकर पोस्टर भी उड़े हैं। कई स्थानों पर बिजली पोल तिरछे हो गए हैं। इसे हटाने या ठीक करने के लिए बिजली विभाग व नगर निगम का अमला लगा रहा। इन सब कार्य में काफी खर्च होता है। एक तरह से यह विभाग खर्च करता है।

बिजली गिरने से औसतन 200 मौतें छत्तीसगढ़ में

प्राकृतिक बिजली गिरने से प्रदेश में हर साल औसतन 200 मौतें होती हैं। ये मौतें अप्रैल से सितंबर तक यानी 6 माह में होती हैं। प्री मानसून व मानसूनी बारिश में ज्यादा बिजली गिरती है। पेड़ के नीचे खड़े रहना या तालाब या किसी पानी के पास होना, ये खतरनाक होता है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार जब बेमौसम बारिश हो तो पेड़ के नीचे कभी खड़े नहीं होना चाहिए। बिजली ज्यादातर पेड़ पर ही गिरती है।

राजधानी में इस तरह चलती है अंधड़

माह दिनों की संख्या

मई 05
जून 11
जुलाई 08
अगस्त 07
सितंबर 04

8 साल में प्रदेश में मई व जून में अंधड़

साल मई जून

2024 145 301
2023 139 310
2022 131 295
2021 141 305
2020 145 308
2019 151 309
2018 142 301
2017 150 307
मौसम विभाग रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर जनरल एम.एल. साहू ने कहा की जब ज्यादा गर्मी पड़ती है, तब अंधड़ चलने की संभावना बढ़ जाती है। इसमें एक स्टडी भी की गई थी। सबसे ज्यादा अंधड़ मई व जून में चलती है। इसका नुकसान भी होता है। अंधड़ आए तो लोगों को कमजोर मकान या पेड़ के नीचे खड़े होने से बचना चाहिए।

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