CG News: बैज को नेताम, कश्यप के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं
उन्होंने कहा कि
बस्तर की संपदा के लूट के खिलाफ बैज के विरोध से डरे भाजपाई नेताम को अपना मोहरा बना रहे है। उन्होंने कहा कि वानप्रस्थ की अवस्था में अरविंद नेताम आरएसएस की पाठशाला से झूठ बोलने की जो शिक्षा नागपुर से लेकर आए हैं। उसका बस्तर के ही आदिवासी नेता पर प्रयोग कर रहे हैं। पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज जो दंतेश्वरी माई के अनन्य भक्त है तथा बस्तर दशहरा कमेटी के रूप से 5 सालों तक प्रतिवर्ष 75 दिनों माई की सेवा करते रहे हैं।
कांग्रेस सरकार के समय सांसद के रूप में उन्होंने आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा दिया। देवगुड़ी, घोटुल के संरक्षण व संवर्धन का काम किया। दीपक बैज को नेताम, कश्यप के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि नेताम आरएसएस की पाठशाला से भले आए हैं, उसके पीछे अडानी और उद्योगपतियों की वह खीझ है, जो दीपक बैज के नेतृत्व में बस्तर से खनिज संपदा के लूट के खिलाफ आंदोलनों को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं।
बोधघाट परियोजना को लेकर प्रधानमंत्री और सीएम साय की मुलाकात पर पूर्व मुयमंत्री भूपेश बघेल ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पहले बोधघाट परियोजना पेयजल, सिंचाई, निस्तारीकरण के लिए बनाया जा रहा था। अब उद्योगों के लिए बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बोधघाट जब बनाया जा रहा था तो अरविंद नेताम शुरू से विरोध कर रहे थे।
गांववालों का समर्थन कांग्रेस पार्टी ने किया
CG News: नेताम अगर विरोध नहीं करते तो बोधघाट बन गया होता। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नेताम के बयान पर आरएसएस पर निशाना साधा है। बघेल ने कहा कि आरएसएस झूठ की फैक्ट्री है। अरविंद नेताम उम्रदराज व्यक्ति हैं। उनके विचार और पार्टी बदलती रहती है। वैचारिक रूप से व्यक्ति की पहचान होती है और जिस व्यक्ति का कोई विचार ना हो उसका जीवन व्यर्थ है। छत्तीसगढ़ में ट्रांसफर-पोस्टिंग पर बैन हटने के मामले में बीजेपी नेताओं ने बयान दिया कि कांग्रेस में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हुआ है। इस पर बघेल ने कहा कि किसी व्यवसायी, राइस मिलर, खदान वाले से पूछिए. अभी ट्रांसफर शुरू हुआ है उनसे पूछिए। युक्तियुक्तकरण जिनका हो रहा है उससे पूछिए.?
तब भ्रष्टाचार की बात निकलकर सामने आएगी। नकटी गांव में ग्रामीणों के हो रहे प्रदर्शन पर भूपेश बघेल ने कहा कि गांववालों का समर्थन कांग्रेस पार्टी ने किया है। सरकार को इनको व्यवस्थापित करना चाहिए या फिर विधायकों के लिए दूसरी जगह खोजनी चाहिए। ऐसे किसी गांव को हटा देंगे तो थोड़ी ना बात बनेगी।