पिछले 24 घंटे में घरघोड़ा में 9, पाटन, पथरिया, बकावंड व पटना में 8, बलौदाबाजार, गंगालूर, तिल्दा, छाल, भाटापारा व भटगांव में 7-7 सेमी पानी गिरा। इसी तरह पोंडी बचरा, अकलतरा, पलारी, करपावंड में 6, लोरमी, पिथौरा, कापू, बम्हनीडीह, नवागढ़, कोरबा, जांजगीर, तोकापाल, बैकुंठपुर में 5, कटघोरा, खड़गवां, पामगढ़, महासमुंद, भखारा, सिमगा, पेंड्रा, लाभांडी में 4-4 सेमी पानी बरस गया।
बारिश के बाद रायपुर का अधिकतम तापमान 30.4 डिग्री पर आ गया। यह सामान्य से 3.7 डिग्री कम है। प्रदेश के ज्यादातर जिलों में भी पारा लुढ़का है और उमस से राहत मिली है। जून बीतने में महज 4 दिन बाकी है। ऐसे में जून में बारिश का कोटा पूरा होने की संभावना है।
Weather Update: प्रदेश में महज 25 फीसदी कम बारिश
व्यापक बारिश होने से
प्रदेश का कोटा पूरा होने लगा है। तीन दिन पहले जहां प्रदेश में 33 फीसदी कम बारिश हुई थी, वहीं गुुरुवार को यह घटकर 25 फीसदी रह गई। अब तक 112.6 मिमी पानी गिरा है। 149.6 मिमी पानी गिर जाना था। बलरामपुर व जशपुर में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। रायपुर में 45 फीसदी कम केवल 69.2 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। जबकि 125.5 मिमी पानी गिर जाना था।
मौसम विभाग का मानना है कि प्रदेश में इस बार सामान्य बारिश होगी। पिछले साल 1217 मिमी पानी गिरा था। सबसे ज्यादा बारिश बीजापुर में 2400 मिमी के करीब हुई थी।
पहले से बोए धान हो सकते हैं खराब
ग्रामीण इलाकों में मानसून की दस्तक के बाद खेती के कामों में तेजी आई है। धान की रोपाई भी शुरू हो गई है। वहीं 27 जून को दंतेवाड़ा में मानसून की दस्तक के बाद किसानों ने धान की बोआई कर दी थी। किसानों के अनुसार तब खेत गीला था और लंबे समय से बारिश नहीं होने से खेत सूख गया था। इससे धान के बीज पर्याप्त ढंग से उग नहीं पाएगा। इससे खेती प्रभावित हो सकती है। किसानों की चिंता है कि वे दोबारा बुआई भी नहीं कर सकते, क्योंकि इससे उन्हें काफी नुकसान होगा।