CG News: प्रशासन ने चलाया बुलडोजर
केलो नदी के किनारे नए शनि मंदिर से लेकर छठ घाट तक मरीन ड्राइव का निर्माण किया जाना है। इसके लिए पूर्व में ही करीब 290 परिवारों को नगर निगम ने नोटिस जारी किया था और मकान निर्माण संबंधी दस्तावेज की मांग की थी। नोटिस मिलने के बाद ही लोग इसका विरोध कर रहे है। वहीं बीते शुक्रवार को इसके विरोध में प्रगति नगर, कयाघाट व अन्य प्रभावित क्षेत्र के लोगों ने निगम दफ्तर का घेराव भी किया।
इस प्रदर्शन के साथ निगम आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपते हुए प्रभावित क्षेत्र पर दोबारा सर्वे कराए जाने व कम से कम तोड़फोड़ किए जाने की मांग की। दिन में निगम दफ्तर का घेराव करने के बाद रात को कलेक्टर बंगला के बाहर भी प्रभावितों ने धरना प्रदर्शन किया। उन्हें यह आशंका थी कि बिना उनकी मांगें माने प्रशासनिक अमला तोड़फोड़ करेगा। हालांकि रात को पुलिस व प्रशासनिक अमला ने यह प्रदर्शन समाप्त कराया। लगातार किए जा रहे लोगों के प्रदर्शन को लेकर प्रशासन यह समझ चुका था कि कार्रवाइ का व्यापक विरोध होगा।
विरोध करने वालों को रोका
ऐसे में तोड़फोड़ कार्रवाई शुरू करने से पूर्व शनिवार की सुबह बड़ी मात्रा में पुलिस फोर्स मार्च पास्ट करते हुए प्रगति नगर के पास पहुंची। इस मार्च पास्ट को एसपी दिव्यांग कुमार पटेल लीड कर रहे थे। इससे पूरा क्षेत्र छांवनी में तब्दील हो गया। इधर तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू होते ही लोग फिर से विरोध करने लगे। इस बीच मौके पर मौजूद पुलिस ने लोगों के
प्रदर्शन को रोका। वहीं कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया। इसके बाद प्रदर्शन शांत हुआ। प्रदर्शन शांत होते ही तोडू अमले का बुलडोजर चला। प्रस्तावित स्थल पर बने मकानों को तोड़ा गया।
47 प्रभावितों को दिया गया आवास
प्रगति नगर से विस्थापित हुए परिवारों को जिला प्रशासन द्वारा मां विहार में बने प्रधानमंत्री आवास में शिफ्ट किया जा रहा है। यहां उनके रहने की व्यवस्था की गई है। लोगों के सामान की शिफ्टिंग के लिए नगर निगम की टीमें लगी हुई हैं। लोगों के सामान को लोड कर मां विहार कॉलोनी में उन्हें दिए जा रहे आवासों में कॉलोनी में पहुंचाने का काम नगर निगम द्वारा किया जा रहा है। प्रगति नगर से जिन्हें शिफ्ट किया जाना हुआ उनके सहयोग के लिए प्रशासन की टीमें तैनात हैं। मां विहार कॉलोनी में रहने की व्यवस्था की गई है। यहां पहुंचने वाले लोगों को आवास दिए जा रहे हैं। इसके लिए यहां हेल्प डेस्क बनाया गया है। लोगों की शिफ्टिंग के लिए नगर निगम का अमला लोगों का सहयोग कर रहा है।
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि अब तक करीब 47 लोगों को आवास दिया जा चुका है। वहीं यह भी बताया जा रहा है कि मौजूदा समय में करीब 13 लोग शिफ्ट भी कर चुके हैं। सभी लोगों के शिफ्टिंग के लिए तैयारी की गई है।
कयाघाट के विस्थापितों को राशि
कायाघाट में निर्मित होने वाले मेरिन ड्राइव से प्रभावित होने वाले गरीब विस्थापितों द्वारा आवास के लिए दी जाने वाली राशि सीएसआर मद के तहत स्वीकृत किए जाने के निर्देश रायगढ़ विधायक व वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने दिए है। तोड़ फोड़ से प्रभावित हर घर के वयस्क को आवास का लाभ दिए जाने का निर्देश है। आवास के लिए प्रभावितों को अपने मकान के लिए 75 हजार रुपए देना है। विधायक ओपी चौधरी ने गरीबों की समस्याओं को देखते हुए यह राशि सी एस आर मद से दिए जाने के जानकारी दी है। तोड़ से 100 प्रभावितों के लिए कुल 75 लाख की राशि सीएसआर मद से दी जाएगी।
सीएसआर मद से दी जाएगी राशि
शहर में बढ़ते यातायात के दवाब को कम करने के लिए भी इस मेरिन ड्राइव निर्माण आवश्यक माना जा रहा है भविष्य में दोनों ओर के मेरिन ड्राइव राष्ट्रीय राजमार्ग के जोड़े जाएंगे। प्रथम चरण में एसईसीएल ने केलो चक्रपथ से एसईसीएल मुख्यालय तक डिवाइडर के साथ सड़क की ऊंचाई बढ़ाई जाएगी साथ ही ग्रीन प्लांटेशन एवं लाइटिंग की जाएगी। इसके लिए एसईसीएल द्वारा 44 करोड़ का टेंडर जारी हो चुका है। वही 29 करोड़ की लागत से शनि मंदिर से कायाघाट तक मरीन ड्राइव का निर्माण शुरू किया जा रहा अगले चरण में इसे राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ा जाएगा। कायाघाट क्षेत्र के रपटा पुलिया की जगह 12 मीटर चौड़ा 8 करोड़ 22 लाख की लागत से नए पुल का प्रावधान किया जा चुका है।
प्रभावितों के समर्थन में कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
कार्रवाई के बीच कांग्रेस शहरी जिला अध्यक्ष अनिल शुक्ला, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष सलीम नियारिया सहित अन्य कांग्रेसी मौके पर पहुंची। वहीं
कांग्रेसियों ने प्रभावित लोगों के साथ जिला प्रशासन, विधायक व मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि भाजपा के राज में गरीबों पर अत्याचार किया जा रहा है। यह कम तोड़फोड़ में भी बन सकता था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।