बोरे में कई दुर्लभ प्रजाति के कछुए पाए गए
जानकारी के मुताबिक, शाम करीब 5:30 बजे प्लेटफार्म नंबर 3 पर ट्रेन के रुकते ही एक यात्री की सूचना पर RPF और GRP की टीम ने जनरल कोच में तलाशी अभियान चलाया। तलाशी के दौरान एक बोरे में कई दुर्लभ प्रजाति के कछुए पाए गए। हालांकि, इन कछुओं का कोई भी दावेदार नहीं मिला और न ही मौके से कोई संदिग्ध व्यक्ति पकड़ा जा सका।
कछुओं की कीमत 2.5 लाख रुपये
आरपीएफ अधिकारियों के अनुसार, जब्त किए गए कछुओं की अनुमानित बाजार कीमत करीब 2.5 लाख रुपये है। इन कछुओं को बाद में वन विभाग को सौंप दिया गया। वन विभाग के उपनिरीक्षक शिवदत्त ने इन्हें अपने कब्जे में लेकर संरक्षण की प्रक्रिया शुरू की है। जीआरपी के उप निरीक्षक राजवीर सिंह ने बताया कि मामले की जांच जारी है और तस्करी नेटवर्क तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।
कछुओं की तस्करी कोई नया मामला नहीं
बता दें कि दुर्लभ प्रजाति के कछुओं की तस्करी कोई नया मामला नहीं है। इनका उपयोग अवैध पेट ट्रेड, पारंपरिक दवाओं, मांसाहार, सजावटी वस्तुएं बनाने और निजी संग्रह के लिए किया जाता है। पूर्वी एशियाई देशों में इनके अंगों की भारी मांग है। यह तस्करी जैव विविधता के लिए बड़ा खतरा बन चुकी है और कई प्रजातियां विलुप्ति के कगार पर हैं।